Varanasi: उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने शुक्रवार रात एक म्यांमार से आए संदिग्ध घुसपैठिए मोहम्मद अब्दुल्ला को वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के सेकेंड एंट्री गेट से गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, वह ज्ञानवापी समेत वाराणसी की प्रमुख मस्जिदों की रेकी कर रहा था। एटीएस ने उसके पास से कई अहम दस्तावेज, मोबाइल फोन और तीन मेमोरी कार्ड जब्त किए हैं। इसके अलावा, रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध दस्तावेज तैयार कर भारत में घुसाने वाले नेटवर्क से संबंधित कई नाम और नंबर भी बरामद हुए हैं।
Varanasi: घुसपैठ और वाराणसी में संदिग्ध गतिविधियां
गिरफ्तार किए गए मोहम्मद अब्दुल्ला ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि वह पहले भी वाराणसी आ चुका है। उसने बताया कि उसने 24 घंटे तक ज्ञानवापी और अन्य मस्जिदों की रेकी की और स्थानीय लोगों (Varanasi) से विवादों की जानकारी जुटाई। इसके अलावा, उसने वक्फ बोर्ड और यूपी कॉलेज से जुड़े विषयों पर भी जानकारी प्राप्त की। एटीएस को जैसे ही उसके संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली, टीम ने सक्रिय होकर उसे पकड़ लिया।
नाम बदलकर पश्चिम बंगाल में बनाया ठिकाना
पूछताछ में खुलासा हुआ कि मोहम्मद अब्दुल्ला म्यांमार के रखाइन राज्य (मांगडू, अकयाब) का निवासी है। उसने 2018 में भारत में घुसपैठ की और फर्जी दस्तावेजों की मदद से पश्चिम बंगाल में अपना नाम बदलकर जमीन खरीदी। एटीएस (Varanasi) को पहले गिरफ्तार अन्य घुसपैठियों से अब्दुल्ला की जानकारी मिली थी और उसकी तलाश जारी थी।
अब्दुल्ला के पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और निर्वाचन कार्ड बरामद किए गए हैं। एटीएस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह वाराणसी (Varanasi) और मस्जिदों में क्यों जा रहा था और उसका असली उद्देश्य क्या था। गिरफ्तार किए गए आरोपी के नेटवर्क और उसके द्वारा जुटाई गई जानकारी का भी विश्लेषण किया जा रहा है।
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