- एनसीएल की खड़िया परियोजना में सोमवार की रात कार्य के दौरान हुई थी मजदूर की मौत
शशिकांत चौबे
सोनभद्र। एनसीएल खड़िया परियोजना के न्यू सीएचपी कार्यरत दैनिक मजदूर की ऊँचाई से गिरने से मौत हो गयी। मौत से आक्रोशित मजदूर मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। मंगलवार की दोपहर बाद मृतक के परिजन को 15 लाख रुपये नगद, दाह संस्कार के लिए खर्च, कंपनी एक्ट तहत कम्पलशेसन एवं परिवार एक सदस्य को नौकरी देने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।
बताया गया कि सोमवार की रात करीब एक बजे एनसीएल खड़िया परियोजना में कार्य कर रही स्टार ओएडम कंपनी के पेटी कांट्रेक्टर का दैनिक मजदूर 45 वर्षीय जितेंद्र नारंग निवासी जैतपुर जयंत थाना विन्ध्यनगर जिला सिगरौली 80 मीटर की ऊँचाई पर बिना किसी सेफ्टी के कार्य कर रहा था कि संतुलन बिगड़ने से सीधे नीचे गिर गया। गंभीर हालत में उसे आनन फानन में नेहरू शताब्दी चिकित्सालय ले जाया गया जहाँ जाँच के उपरांत डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुबह जब मौत की सूचना मजदूरों को मिली तो वे मुआवजा की मांग को लेकर मुकेश सिंह के नेतृत्व में धरना पर बैठ गए।

मजदूरों ने बताया कि पेटी कांट्रेक्टर द्वारा हम लोगों का शोषण किया जाता है 30 दिन की ड्यूटी लेकर 26 दिन का पेमेंट दिया जाता है। इतना ही नहीं जब पेमेंट बैंक में आता है तो ठेकेदार वहाँ पहुंच कर सबसे पैसा निकलवाने के बाद चार चार हजार रुपये अलग से लेता है। विरोध करने पर काम से निकाल दिया जाता है। कार्य के दौरान कोई सेफ्टी वेल्ट आदि नहीं दिया जाता है। धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि जब तक मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा एवं नियम के तहत कार्यवाही नहीं होगी तब तक धरना समाप्त नहीं करेंगे। मौके स्थानीय पुलिस एवं परियोजना के अधिकारी ने समझाया लेकिन आंदोलनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे। दोपहर बांद कंपनी के अधिकारियों द्वारा मृतक के परिजन को 15 लाख रुपये नगद, दाह संस्कार के लिए खर्च, कंपनी एक्ट तहत कम्पलशेसन एवं परिवार एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया गया तब कहीं जाकर मजदूरों ने धरना समाप्त किया।