Ayodhya: भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण तेजी से अंतिम चरण में पहुंच रहा है और अब इसकी भव्यता और दिव्यता खुलकर सामने आने लगी है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर के स्वर्ण जड़ित शिखर की नई तस्वीरें साझा कीं, जो दूर से ही अपनी आभा और अलौकिकता से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही हैं। राम मंदिर का शिखर पूरी तरह से सोने से मढ़ा गया है, जो सूर्य की किरणों में स्वर्णिम आभा के साथ चमकता है। यह नजारा दूर से ही श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभूति कराता है। शिखर की नक्काशी भी बेहद बारीकी से की गई है, जो शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करती है।
Ayodhya: राम दरबार की स्थापना 5 जून को
ट्रस्ट के मुताबिक, 5 जून 2025 को मंदिर में राम दरबार (Ayodhya) की स्थापना का शुभ अनुष्ठान होगा। इसके लिए 3 जून से विशेष पूजा-अनुष्ठान प्रारंभ होंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि करोड़ों रामभक्तों के लिए एक आस्था के संकल्प की पूर्ति का प्रतीक भी है।

मूर्ति स्थापना की तैयारियां पूरी
राम दरबार की मूर्तियां मंदिर में पहुंच चुकी हैं। इन मूर्तियों को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। इससे पहले जनवरी में रामलला की बाल स्वरूप प्रतिमा की प्रतिष्ठा की गई थी। अब पूरे दरबार की स्थापना के साथ मंदिर का आंतरिक स्वरूप भी पूर्णता की ओर बढ़ रहा है।

परिसर में हो रहे हैं अन्य मंदिरों का निर्माण
राम मंदिर परिसर में श्रीराम दरबार (Ayodhya) के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। ये मंदिर भी भव्य शिल्प और वास्तुकला के प्रतीक बनेंगे, जिससे अयोध्या एक भव्य धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है।
राम मंदिर (Ayodhya) का ढांचा लगभग तैयार हो चुका है। अब सजावट, मूर्तियों की स्थापना और अन्य आंतरिक कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। ट्रस्ट का मानना है कि अगले कुछ महीनों में मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही वर्षों की प्रतीक्षा और श्रद्धालुओं के संकल्प का समापन भी होगा।