Health Department: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को आपातकालीन हालात के अनुरूप तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। प्रदेश के आयुष विभाग को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है। आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने सभी आयुष चिकित्सा महाविद्यालयों और अस्पतालों में तत्काल प्रभाव से चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य मंत्री ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान परिस्थितियां अत्यधिक संवेदनशील हैं और संभावित संकट की स्थिति में आयुष चिकित्सा पद्धति (Health Department) को प्रदेशवासियों के लिए एक प्रभावी सहारा बनाना होगा। उन्होंने विभाग को निर्देशित किया है कि सभी चिकित्सालय सतर्क, सक्रिय और संसाधनों से पूर्णत: सुसज्जित रहें।
Health Department: अग्रिम आदेश तक नहीं मिलेगी छुट्टी
आयुष विभाग को दिए गए निर्देशों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अग्रिम आदेशों तक अवकाश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि संकट की घड़ी में जनसेवा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी कार्मिकों की उपस्थिति अनिवार्य है।
डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि सभी आवश्यक तैयारियां—चिकित्सकीय उपकरणों (Health Department) की उपलब्धता, दवाओं का भंडारण, चिकित्सकों की ड्यूटी प्लानिंग—समयबद्ध ढंग से पूरी की जाएं। इसके अलावा, नियमित समीक्षा और निगरानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी प्रकार की ढिलाई न हो।
विभागीय समन्वय और संसाधन की प्राथमिकता
मंत्री ने विशेष रूप से विभागीय समन्वय, स्टाफ की उपस्थिति और औषधियों की उपलब्धता पर गंभीरता से कार्य करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
राज्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष चिकित्सा पद्धति (Health Department) की प्रभावशीलता को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसे आपात परिस्थितियों में सहायक बनाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आयुष चिकित्सा प्रणाली की भूमिका संभावित संकट के दौरान और भी महत्वपूर्ण हो सकती है।