Ramnavami Alert: चैत्र रामनवमी पर्व को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और चुस्त करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने शनिवार को सभी ज़िलों और पुलिस कमिश्नरेट्स को पर्व के दौरान कानून व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सख्त निगरानी और प्रभावी तैनाती के निर्देश दिए।
Ramnavami Alert: मंदिरों और तीर्थस्थलों पर विशेष निगरानी
डीजीपी ने देवी मंदिरों और प्रमुख धार्मिक स्थलों पर संभावित भीड़भाड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। सभी थानों को कहा गया है कि वे मंदिर व्यवस्थापकों के साथ समन्वय बनाते हुए प्रवेश-निकास के रास्तों को नियंत्रित करें और एंटी-सबोटाज चेकिंग की व्यवस्था करें। महिला और पुरुष पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती के साथ शोभायात्राओं के दौरान “बॉक्स फॉर्मेशन” में सुरक्षा घेरा बनाने को कहा गया है।
अयोध्या के लिए विशेष प्लानिंग
रामनवमी पर अयोध्या में अत्यधिक भीड़ संभावित है, ऐसे में वहां अतिरिक्त बैरिकेडिंग, पार्किंग स्थल चिन्हित करने और पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती का आदेश दिया गया है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सघन गश्त और वरिष्ठ अधिकारियों की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।
संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और समीक्षा
डीजीपी ने प्रत्येक थाने को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र के संभावित तनावपूर्ण या विवादास्पद स्थानों की पहचान करें और समय रहते समाधान सुनिश्चित करें। पिछले वर्षों में हुई घटनाओं की समीक्षा कर संवेदनशीलता का आकलन करने और पूर्व नियोजन पर बल दिया गया है।
समन्वय और संवाद पर ज़ोर
सभी जिलों में शांति समितियों, आयोजकों और धर्मगुरुओं के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठकें कर आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मंदिरों के आस-पास साफ-सफाई, बिजली और पानी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है।
तकनीकी निगरानी और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग
पर्व के दौरान सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक या भड़काऊ सामग्री पर नजर रखने के लिए सभी जिलों को सतर्क रहने को कहा गया है। ड्रोन, सीसीटीवी कैमरे, वीडियोग्राफी और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम को सक्रिय रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
यातायात और आपातकालीन सेवाएं तैयार
डीजीपी ने पर्व के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए वाहनों की पार्किंग और ज़रूरत पड़ने पर रूट डायवर्जन करने को कहा है। इसके अलावा घाटों पर गोताखोर, नावें, चिकित्सकीय टीम और अग्निशमन दल को भी तैनात रखने की तैयारी की जा रही है।
Highlights
डीजीपी का सख्त संदेश
प्रशांत कुमार ने यह स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की नई परंपरा या प्रयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी अधिकारीगण अपने क्षेत्रों में पूरी सजगता और गंभीरता से शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए काम करें।