BOB Employee Protest: बैंकिंग सुविधाएं देने वाला बड़ौदा यूपी बैंक के कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर रहे। जिले की सभी शाखाओं पर ताले लटके रहे और कर्मचारी बाहर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठे रहे। कर्मचारियों अपने मांगो के समर्थन में क्षेत्रीय कार्यालय पर भी नारेबाजी कर धरना दिया।
प्रवर्तक बैंक के विध्वंशकारी नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश के 31 जनपदों के ग्रामीण इलाकों में बैंकिग सुबिधा प्रदान कर रही बड़ौदा यूपी बैंक की सभी 1983 शाखाओं और प्रशासनिक कार्यालयों में हड़ताल हुई। जिसके चलते सभी कार्यालयों में बैंकिग का दैनिक कामकाज पूरी तरह से बाधित रहा। इस हड़ताल का आह्वान बड़ौदा यूपी बैंक के सभी नौ संगठनों के ज्वाइण्ट फोरम ने किया था। फोरम की मांग है कि बैंक की 268 शाखाओं को बन्द करने का प्रस्ताव रद्द किया जाय और सभी पदों पर नियमानुसार नयी भर्ती की जाय।

BOB Employee Protest: आठ दिसम्बर को दी गई थी हड़ताल की नोटिस
ज्वाइंट फोरम ने इस हड़ताल (BOB Employee Protest) की नोटिस बीते आठ सितम्बर को दी गई थी, जिसके उपरान्त 25 सितम्बर को बैंक के प्रधान कार्यालय ( गोरखपुर ) पर धरना भी दिया गया था। मंगलवार को हड़ताल का कार्यक्रम घोषित किया गया था। इस हड़ताल को रोकने के लिए क्षेत्रीय श्रमायुक्त कानपुर ने बैंक और यूनियन को नोटिस जारी करते हुए समझौता वार्ता शुरू किया था।
दोनों पक्षों के बीच में समझौता वार्ता के दौर चले। लेकिन आपसी सहमति नहीं बनी। लिहाजा, हड़ताल हुई और क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार झा को पत्रक सौंपा गया। धरना-प्रदर्शन में शक्रेंदु उपाध्याय, प्रमोद दूबे, राजीव सिंह, दूधनाथ राम, सुमित सिंह, अंकित सिंह, संतोष सिंह, नूतन श्रीवास्तव, मुकेश चन्द्र सिंह, जितेन्द्र यादव, दीनानाथ पटेल, गंगाधर कुशवाहा आदि शामिल थे।