Varanasi: यूपी के संभल में एक मंदिर मिलने के बाद अब प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मदनपुरा स्थित मुस्लिम बाहुल्य इलाके में भी एक मंदिर मिलने की खबर सामने आई है। मदनपुरा क्षेत्र में एक गली के अंदर एक मकान में वर्षों पुराना बंद मंदिर मिला है। इस मंदिर के 250 साल पुराने होने का दावा किया गया है और यह बताया जा रहा है कि यह मंदिर पिछले 10 वर्षों से ताले में बंद है और मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है।


पुरे इलाके में पुलिस बल मुस्तैद आए नजर
सोमवार की देर शाम मंदिर मिलने के बाद मंगलवार को मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल भी मौके पर मुस्तैद नजर आई। इस दौरान इलाके (Varanasi) में गहमागहमी का माहौल नजर आया। जहाँ एक तरफ हिन्दू पक्ष के लोग मंदिर खुलवाने की मांग कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी दल में से कुछ लोगों का कहना है कि वह मंदिर खुलने नही देंगे तो वहीं कुछ का कहना रहा कि मंदिर खुले हमें कोई आपत्ति नही है।


मौके पर पहुंचे आलाधिकारी, स्थानीय लोगों से पूछताछ जारी
बताते चलें कि मामले को संज्ञान में लेते हुए एडीएम सिटी अलोक कुमार वर्मा और डीसीपी काशी ज़ोन गौरव बंसवाल अपनी पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तमाम आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पुरे इलाके का भ्रमण किया। मंदिर के आसपास के जगहों (Varanasi) का निरिक्षण करते हुए स्थानीय लोगों से बातचीत की। वहीं लोगों से शांतिपूर्ण माहौल बनाये रखने की अपील भी की गयी। इसी के साथ ही पुलिस बल के साथ पीएससी के जवान भी मौके पर तैनात नजर आये।


काशी के 18 पौराणिक शिव मंदिर लुप्त, खोज जारी
सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि पुष्प दंतेश्वर से लेकर दक्षिण तक लगभग 18 पौराणिक लिंग तीर्थ लुप्त है। उसकी खोज जारी है। काशी का परिवार, काशी के विद्वान और सनातन रक्षक दल के लोग इसमें लगे हुए है। देवनाथपूरा-मदनपुरा (Varanasi) के बीच काशी के 18 पौराणिक शिव मंदिर लुप्त है। इसी खोज में सोमवार की शाम सिद्धतीर्थ कूप के पास एक मंदिर मिला है जिसे खुलवाने की मांग हम प्रशासन से कर रहे हैं ताकि पूजा पाठ हो सके।

जांच जारी, लगेगा 3 से 4 दिन का समय
मामले के बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए एडीएम सिटी अलोक कुमार वर्मा ने कहा कि कि हमारे संज्ञान में यह बात आई कि एक मंदिर मिला है। इसकी जांच जारी है। इसमें 3 से 4 दिन का समय लगेगा। हमारे पास एक लीगल एडवाईजर है जिनकी मदद से हम यह जानेंगे कि यह कितना पुराना है? कब बना है? और इससे जुडी अन्य जानकारी। उन्होंने कहा कि यहाँ तो फिलहाल कई वर्षों से एक परिवार रहता आ रहा है लेकिन मंदिर कभी भी किसी की निजी संपत्ति नहीं होती है इसीलिए जांच की जा रही है और उसके निष्कर्ष के अनुसार आगे की कारवाई होगी।


अभिलेखों का किया जायेगा परिक्षण
वहीं डीसीपी काशी ज़ोन गौरव बंसवाल ने बताया कि मंदिर यहाँ शुरू से था। यह सार्वजानिक है। सभी लोगों को इसकी जानकारी थी। इसमें कई वर्षों से ताला लगा था जिसे खुलवाने के लिए तमाम प्रक्रिया जारी है। अभिलेखों का परिक्षण किया जायेगा। जांच जारी है। उन्होंने बताया कि यहाँ के स्थानीय लोगों (Varanasi) का भी कहना है कि मंदिर के खुलने पर उन्हें कोई आपति नहीं है।


इलाके में 24 घंटे फ़ोर्स की तैनाती
गौरव बंसवाल ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताते हुए आगे कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए यहाँ पर पीएससी के जवान तैनात किये गये हैं। 24 घंटे फ़ोर्स की तैनाती रहेगी और इस इलाके (Varanasi) में पुलिस गश्त को भी बढाया गया है।

हम नहीं होने देंगे इसकी पूजा-अर्चना- मुस्लिम पक्ष
जिस मकान में मंदिर है उस मकान में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि ये गलत बात है इससे किसी का फायदा नही है। जो स्थिति रही उसे वैसे ही रहने दिया जाय। ये पूजा-पाठ की बात फ़ालतू है। इसकी श्रद्धा हमें भी है लेकिन हम इसका पूजा-अर्चना नहीं होने देंगे। अन्यथा इस इलाके (Varanasi) का नुकसान होगा फायदा कुछ नहीं होगा। हम लिखित देने को तैयार है कि इसका जैसा स्वरुप है वैसा ही रहेगा।

पूजा हो लेकिन माहौल ना बिगड़े- मुस्लिम पक्ष
वहीं उसी क्षेत्र के रहने वाले एक अन्य व्यक्ति (Varanasi) ने पक्ष में अपनी बात रखते हुए कहा कि ये मामला कल से हाईलाइट हुआ है। पूजा पाठ हो हमें कोई आपति नहीं है। बस सब कुछ शांति से होना चाहिए। माहौल नहीं बिगड़ना चाहिए।


बता दें कि सोमवार देर शाम सनातन रक्षक दल (Varanasi) के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मंदिर का ताला खुलवाने की मांग उठाई। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों और बुजुर्गों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण बनी हुई है और किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।