Mirzapur: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश में कानून व्यवस्था और विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब राज्य में माफिया समानांतर सरकार चला रहे थे, लेकिन 2017 के बाद से स्थितियां बदल चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे विभाजनकारी राजनीति से दूर रहें और एकजुट होकर प्रदेश के विकास में योगदान दें। “बंटे थे, इसलिए कटे थे,” इस वाक्य से उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि अतीत की कमजोरियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने की जरूरत है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में 2017 से पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय माफिया तत्व जनता को डराने का काम करते थे। “जब इनका खलीफा (मुखिया) निकलता था, तो लोग सहम जाते थे। प्रशासन भी मजबूरन उन्हें सलामी देने के लिए तैयार रहता था,” उन्होंने कहा। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। आज वही माफिया सरकार से जीवन की भीख मांग रहे हैं, और कह रहे हैं, “हुजूर, जान बख्श दीजिए, अब किसी को परेशान नहीं करेंगे।”

मिर्जापुर के मंझवा क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने 765 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 127 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास की रफ्तार तेज है और यह सब लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ हो रहा है। पहले मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने में डर लगता था, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, और मिर्जापुर अब एक दिव्य स्थल के रूप में उभर रहा है।

Mirzapur: योगी बोले – डबल इंजन की सरकार में बदल रहा मां विंध्यवासिनी का धाम
उन्होंने गर्व के साथ कहा कि अब मिर्जापुर में मेडिकल कॉलेज भी बन रहा है, और यहां के लोगों को उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ही बेटियों की शिक्षा पर भी मुख्यमंत्री ने जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब बेटी पढ़ेगी, तभी आगे भी बढ़ेगी। हर घर नल योजना के अंतर्गत शुद्ध पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है, जिससे बीमारियों को कम किया जा सकेगा। इसके साथ ही मिर्जापुर में नर्सिंग कॉलेज भी खोले जा रहे हैं ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार जाति के आधार पर नहीं, बल्कि सबके विकास के लिए काम करती है। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले मिर्जापुर में रोजगार मेला लगाया गया था, जहां नौकरियां दी गईं, और युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे गए थे। “हम लोग जाति के आधार पर नहीं, बल्कि जरूरत के आधार पर काम करते हैं,” उन्होंने कहा। 2017 से पहले योजनाओं का लाभ केवल एक वर्ग विशेष तक सीमित था, लेकिन अब हर जाति और वर्ग को समान रूप से फायदा मिल रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में उन लोगों पर भी निशाना साधा, जो जातिवादी राजनीति और समाज को बांटने का काम करते हैं। “ये वही लोग हैं जो पहले माफिया के सामने नाक रगड़ते थे,” उन्होंने कहा। दंगाइयों के सामने भी ये लोग झुक जाते थे, लेकिन अब उत्तर प्रदेश में स्थिति बिल्कुल बदल चुकी है। अब प्रदेश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है, और जो लोग इस विकास में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं, वे न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य को भी नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
सीएम ने राष्ट्रीय सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया
सीएम योगी ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया और कहा कि आज देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। “आज प्रधानमंत्री किसी भी देश में जाते हैं, तो उनका स्वागत होता है। यह इसलिए है, क्योंकि उनका हर काम देश के नाम होता है,” उन्होंने कहा। देश की सुरक्षा और विकास दोनों साथ-साथ चल रहे हैं, और इसके लिए एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने राम मंदिर के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण 500 साल बाद पूरा हुआ है। “हमने इतने वर्षों तक इंतजार क्यों किया? क्यों आक्रांताओं ने रामलला के मंदिर को तोड़कर वहां गुलामी का ढांचा खड़ा कर दिया?” उन्होंने सवाल किया। इसका जवाब उन्होंने खुद दिया, “बंटे थे, इसलिए कटे थे।” उन्होंने इसे एक नई शुरुआत करार देते हुए कहा कि यह नया उत्तर प्रदेश है, जहां अब सुरक्षा और सम्मान दोनों हैं।

योगी ने जोर देते हुए कहा कि अब उत्तर प्रदेश में कोई भी बेटी की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं कर सकता। व्यापारी और किसान की संपत्ति पर किसी की नजर नहीं होगी। गरीब की झोपड़ी भी अब सुरक्षित है। अगर कोई कानून तोड़ेगा या किसी पर अन्याय करेगा, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी।
अंत में, मुख्यमंत्री ने माफिया राज के खत्म होने की बात पर जोर दिया। “2017 से पहले माफिया राज्य में समानांतर सरकार चलाते थे। खनन माफिया, वन माफिया, और पशु माफिया हर जगह हावी थे। जब इनका मुखिया बाहर निकलता था, तो जनता डर जाती थी। लेकिन आज वही माफिया गिड़गिड़ा रहे हैं, और कह रहे हैं, ‘हमें बस जिंदा रहने दीजिए।'” अब राज्य में कानून का राज है, और इस बदले हुए वातावरण में विकास की राह खुली है। मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी की कृपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में विकास की यह यात्रा आगे भी जारी रहेगी।