Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 अक्टूबर को वाराणसी दौरे के दौरान कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस महानगर इकाई ने घोषणा की है कि वह 20 अक्टूबर को जनसमूह के साथ पीएम से मुलाकात की कोशिश करेगी। उनका आरोप है कि काशी के सांसद मोदी पिछले 11 सालों से आम जनता से नहीं मिले हैं।
कांग्रेस ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर यह मांग की है कि वह उनके सांसद से मुलाकात कराएं। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि काशी के लोग अपने सांसद से सीधा संवाद करना चाहते हैं, और हम भी जनता की तरह उनसे मिलने का प्रयास करेंगे। कांग्रेस ने इस अभियान का नाम ‘आओ चलें सांसद से मिलने’ रखा है।
राघवेंद्र चौबे का कहना है कि वे पीएम से कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में नहीं, बल्कि काशी की जनता के रूप में मिलना चाहते हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि आम जनता को पीएम से मिलने का समय दिया जाए ताकि लोग अपने सांसद से सीधे बात कर सकें।
Varanasi: कई मुद्दे रखेंगे पीएम के समक्ष
कांग्रेस की ओर से तीन प्रमुख मांगों को प्रधानमंत्री के सामने रखने की योजना है। इनमें बाबा विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद बनाने वाली महिलाओं को रोजगार वापस दिलाने, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 11 निलंबित छात्रों का निलंबन रद्द कराने और उत्तर प्रदेश में अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू कराने की मांग शामिल है।
महानगर अध्यक्ष चौबे ने कहा कि काशी की जनता उनके अभियान का समर्थन करेगी और वे सभी मिलकर पीएम से मुलाकात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रशासन ने उन्हें रोका, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि काशीवासियों को उनके सांसद से मिलने नहीं दिया जा रहा या फिर सांसद खुद जनता से दूरी बनाए रखना चाहते हैं।