वाराणसी। दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला पहलवानों पर हुए पुलिसिया दमन समेत दो अन्य मामलों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के विरोध में सिगरा स्थित सुभाष चंद्र बोस पार्क से भारतमाता मंदिर तक कैंडिल मार्च निकाला। कैंडिल मार्च का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि देश में आज हालत इस कदर बद से बदतर हो चुके हैं कि महिला हिंसा के इंडेक्स में भारत काफी ऊंचाई पर आ चुका है। महिलाओं के खिलाफ हर तरह के अपराध का ग्राफ बढ़ा है।
अजय राय ने कहा, ‘एक ओर जहां केंद्र में मोदी सरकार के शासन में महिलाओं की स्थिति बद से बदतर हुई, तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में योगी महाराज के शासन में भी हमारी माताओं और बहनों के साथ हिंसा और अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो कि चिंता का विषय है। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बड़ागांव में तथा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में एक बच्ची अनन्या श्रीवास्तव की निर्मम हत्या का मामला यह सब कुछ बयां करता है कि भाजपा के राज में हमारी माताओं बहनों की दशा क्या हो चुकी है? इस तरह की अनेकानेक घटनाएं यूपी समेत अन्य दूसरे भाजपा सरकारों में लगातार होती चली आ रही हैं।”

कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने आगे कहा, ‘28 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ जहां लाइट, एक्शन कैमरे के बीहड़ में देश के नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे। तो वहीं दूसरी ओर उसी दिल्ली में जंतर मंतर पर पिछले छः से सात महीने से अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार तथा शोषण के विरुद्ध न्याय की मांग को लेकर अपने लोकतांत्रिक अधिकाओं के तहत धरनारत महिला पहलवानों के साथ दमनात्मक कार्यवाही करते हुए ओलंपिक और कामनवेल्थ जैसे वैश्विक प्रतिष्ठा के खेलों में पदक प्राप्त करने वाली हमारी महिला पहलवानों के साथ सरेआम मीडिया की मौजूदगी में बदसलूकी की गई। भाजपा की सरकार में ‘बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ’ का नारा पूरी तरह से विफल हो चुका है।
प्रतिरोध मार्च में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व विधायक अजय राय, प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंख्यक कांग्रेस शहनवाज आलम, जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्वय राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।