हर दिन लोगों को धोखा देने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं साइबर स्कैमर
साइबर पुलिस ने अनजान लिंक या ऑफर्स पर क्लिक न करने की दी सलाह
जितेंद्र श्रीवास्तव/अभिषेक सेठ
वाराणसी। तमाम कवायद और जागरूकता अभियान के बावजूद साइबर क्रिमिनल लोगों को चूना लगा ही दे रहे हैं। यहीं नहीं, लोगों को ठगने के लिए साइबर अपराधी नित नये-नये तरीके भी अपनाने रहे हैं। साइबर पुलिस की तरफ से बराबर चलाये जाने वाले जागरूकता अभियान के बावजूद लोग साइबर अपराधियों के बिछाये जाल में फंस ही जाते हैं। अब तो त्योहारों के दौरान साइबर क्रिमिनल गिफ्ट और बधाई मैसेजेज के नाम पर लोगों को ठगने लगे हैं। ऐसे में साइबर पुलिस ने एडवाजरी जारी कर लोगों को सतर्क कर रही है। साइबर पुलिस की माने तो ये अपराधी नववर्ष के संदेश और गिफ्ट के जाल में फंसा कर लोगों को ठग सकते हैं। लिहाजा, लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। कहीं ऐसा न हो कि नये साल की मस्ती में जरा सी लापरवाही लोगों के पॉकिट पर भारी न पड़ जाए।
दरअसल, साइबर क्राइम के तेजी से बढ़ते मामले के बीच साइबर स्कैमर हर दिन लोगों को धोखा देने के नए तरीके ढूंढ रहे हैं। खासकर त्योहारों और खास मौकों पर यह खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। फेस्टिवल सीजन में तो गिफ्ट और बधाई मैसेजेज के नाम पर लोगों को ठगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। साइबर पुलिस ने लोगों को सतर्क किया है कि किसी भी अनजान लिंक या गिफ्ट के वादे पर भरोसा न करें। फर्जी बधाई मैसेजेज या लुभावने आॅफर्स के चक्कर में न पड़ें। साइबर क्राइम ब्रांच ने इस बारे में एडवाइजरी जारी कर दी है, जिसमें खासतौर पर बताया गया है कि बधाई मैसेजेज के जरिए धोखाधड़ी हो सकती है।
वैसे भी, नया वर्ष आने में अब बस कुछ दिन और बाकी है। ऐसे में साइबर पुलिस अलर्ट पर है और लोगों को भी सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है। साइबर ठग व्हाट्सअप और ई-मेल पर हैप्पी न्यू ईयर, नए वर्ष की शुभकामनाएं का पीडीएफ फाइल और लिंक का संदेश भेज सकते है। साइबर ठग फ्री आॅफर का लालच देकर ठगने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है, कहीं आप धोखाधड़ी का शिकार न हो जाए। इस तरह की धोखाधड़ी बचने के लिए पुलिस ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, आए दिन कोई न कोई धोखाधड़ी का शिकार हो रहा है। सबसे ज्यादा टास्क के नाम पर, शेयर मार्केट में निवेश के नाम व परिचित बनकर लोगों को ठग रहे है। ऐसे ही अब नए वर्ष में ज्यादातर लोग एक-दूसरे को व्हाट्सअप पर मैसेज भेजकर बधाई देते हैं और इसी को लेकर साइबर ठग भी एक्टिव है। वह भी लिंक व मैसेज भेज सकते है। सभी को ध्यान रखने की जरूरत है कि किसी भी अनजान नंबर से आए पीडीएफ फाइल व लिंक को क्लिक नहीं करना चाहिए।
साइबर ठग फ्री ऑफर का दे सकते हैं लालच
पुलिस की माने तो साइबर ठग नए साल की खुशियों का फायदा उठाकर फ्री आॅफर्स, फर्जी शिपिंग नोटिफिकेशन और आॅनलाइन डोनेशन जैसे बहाने बनाकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम सतर्क रहें और अपने जीमेल अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए सही कदम उठाएं।
फर्जी लिंक पर क्लिक न करें
साइबर क्राइम से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि अब क्रिमिनल नई चुनौतियां पेश कर रहे हैं, जहां वे बड़ी संख्या में लोगों को एक साथ निशाना बना रहे हैं। नए साल के मौके पर साइबर क्रिमिनल ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। वे गिफ्ट और बधाई मैसेज भेजकर लिंक शेयर करने को कहते हैं। अगर आपने ऐसे लिंक पर क्लिक करते हैं, तो वे आपकी पर्सनल जानकारी चुरा सकते हैं। लिहाजा, अनजान या फर्जी लिंक पर क्लिक कदापि न करें।
अनजान लिंक से रहे सतर्क
लुभावने आॅफर्स या अनजान मैसेज में दिए गए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। साइबर क्रिमिनल मालवेयर या वायरस भेजकर आपके मोबाइल या कंप्यूटर की जानकारी चुरा सकते हैं। इसके अलावा, केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं के नाम पर भी कई बार लोग स्कैमिंग का शिकार बनाया जाता है।
व्हाट्सअप पर आने लगे हैं लिंक
एक कंपनी में काम करने वाले प्रिंस सिंह का कहना है कि उनके व्हाट्सअप पर तरह-तरह के लिंक आ चुके हैं। जिसमें रेटिंग के बारे में बताया गया है। इतना ही नहीं एक मैसेज में बताया गया कि लिंक पर क्लिक करें और पैसे कमाए। व्हाट्सअप पर ही फर्जी टैक्स मैसेज भी भेजकर यह बताया गया कि आपके खाते में पैसे जमा करवा दिए गए हैं। ऐसे में सावधानी यह रही कि मैंने मैसेज को पढ़ा तो जरूर, लेकिन क्लिक नहीं किया और न ही अपनी निजी जानकारी शेयर की। इस तरह मैं धोखाधड़ी से बच गया। इस बारे में मैंने साइबर पुलिस के यहां शिकायत दर्ज करा दी है।
पुलिस की सलाह
साइबर पुलिस का कहना है कि उनकी टीम लगातार साइबर क्रिमिनल्स के खिलाफ काम कर रही है। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। त्योहारों और खास मौकों पर खास सतर्कता बरतने की जरूरत है। भारत सरकार ने साइबर क्राइमों से निपटने के लिए भारतीय साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर की स्थापना की है। इसके अलावा, संचार साथी वेबसाइट के तहत चक्षु पोर्टल भी लांच किया गया है, जहां आप साइबर स्कैम की रिपोर्ट कर सकते हैं।
जानिए, आप खुद को कैसे करें सुरक्षित?
साइबर एक्सपर्ट मृत्युंजय सिंह बताते हैं कि किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। अनजान नंबर से आए बधाई मैसेजेज को इग्नोर करें। बैंकिंग या पर्सनल जानकारी किसी से साझा न करें। साइबर क्राइम की घटना तुरंत पुलिस या चक्षु पोर्टल पर रिपोर्ट करें। त्योहारों का मजा तब ही रहेगा जब आप साइबर क्राइम से सतर्क रहेंगे और स्कैम से बच सकेंगे।
साइबर थाने के एएसआई श्याम लाल गुप्ता का कहना है कि व्हाट्सअप पर आ रहे मैसेज में लिखा होगा कि ‘आप अपने दोस्तों को अपने नाम से हैप्पी न्यू ईयर ग्रीटिंग कार्ड भेज सकते हैं। अगर आप चाहें तो कार्ड पाने के लिए साथ में दिए गए लिंक पर क्लिक करें’। अगर आपको ऐसा कोई लिंक भेजा जाता है तो उस पर बिल्कुल भी क्लिक न करें। व्हाट्सएप्प पर ग्रुप में किसी भी एपीके फाइल पर क्लिक ना करें। यदि बहुत आवश्यकता हो तो पहले भेजने वाले व्यक्ति से इस पर चर्चा कर लें उसके बारे में जानकारी इकठ्ठा कर लें।
Highlights
अपने जीमेल, फेसबुक, व्हाट्सएप्प जैसे सोशल मीडिया पर टू स्टेप वेरिफिकेशन जरूर लगाएं। जिससे साइबर अपराधी आपके डाटा का एक्सेस न लें सकें। यदि आपने फर्जी लिंक पर क्लिक किया तो आपका फोन साइबर अपराधियों द्वारा हैक कर लिया जाएगा और एक्सेस उनके पास चला जाएगा। इसके बाद जो होता है, वह यह है कि आपका मोबाइल डेटा, आपकी गैलरी, आपके कॉन्टैक्ट नंबर चोरी हो जाते हैं और आपके बैंक अकाउंट की डिटेल चोरी हो जाती है और फिर आप भावनात्मक या वित्तीय धोखाधड़ी में फंस सकते हैं। इसलिए कृपया सावधान रहें और इनमें से किसी भी हैप्पी न्यू ईयर रेडीमेड लिंक पर क्लिक न करें।