Cyber Fraud: वाराणसी साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नामी कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगता था। यह गिरोह Asian Paints की डीलरशिप दिलाने के नाम पर वाराणसी निवासी सिद्धार्थ सिंह से लगभग 12 लाख रुपये की ठगी कर चुका था। पुलिस ने तीन आरोपियों को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया है और उनके पास से मोबाइल, लैपटॉप व नकदी बरामद की गई है।
फर्जी वेबसाइट बनाकर करते थे ठगी
सिगरा थाना क्षेत्र के सिद्धगिरी बाग निवासी सिद्धार्थ सिंह ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें Asian Paints की डीलरशिप दिलाने के बहाने ठगों ने 11,14,539 रुपये ऐंठ लिए। ठगों ने Asian Paints Limited के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें विश्वास में लिया और रकम अपने खातों में ट्रांसफर करा ली।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर साइबर क्राइम सेल की टीम को जांच सौंपी। वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश पर डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार, एडीसीपी श्रुति श्रीवास्तव और एसीपी विजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में दो टीमें बनाई गईं। इन टीमों ने बिहार के पटना, नालंदा और बिहार शरीफ में छापेमारी की। काफी मशक्कत के बाद तीन साइबर अपराधियों को नालंदा से गिरफ्तार किया गया।
Cyber Fraud: ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पूछताछ में मास्टरमाइंड विश्वास कुमार ने बताया कि उसने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया हुआ है और उसे वेबसाइट और ऐप डेवलपमेंट में महारत हासिल है। जल्दी पैसा कमाने के लालच में वह साइबर अपराधियों के संपर्क में आया और उनके लिए फर्जी वेबसाइट बनाना शुरू कर दिया।
आरोपी विश्वास ने Asian Paints, Ultratech Cement, ACC Cement और Amul जैसी बड़ी कंपनियों की हूबहू फर्जी वेबसाइट बनाई थी। फिर ये लोग सोशल मीडिया और गूगल ऐड्स के जरिए इन वेबसाइटों का प्रचार करते थे, ताकि लोग इन्हें असली समझकर अपनी जानकारी दें।
जो व्यक्ति इन वेबसाइटों पर संपर्क करता था, उनका डेटा यह गिरोह इकट्ठा कर लेता था। फिर WhatsApp और कॉलिंग के जरिए ठग खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताकर उनसे संपर्क करते और रजिस्ट्रेशन, सिक्योरिटी मनी, एडवांस फीस के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लेते थे। बाद में रकम अलग-अलग बैंक खातों और वॉलेट में ट्रांसफर कर दी जाती थी और गिरोह के सदस्य आपस में पैसे बांट लेते थे।
गिरफ्तार आरोपी और बरामद सामान
गिरफ्तार साइबर ठगों की पहचान विश्वास कुमार (26 वर्ष): पटना का रहने वाला, बीटेक किया हुआ है और गिरोह का मास्टरमाइंड है। अभिनय कुमार (28 वर्ष): वेबसाइट संचालन और होस्टिंग का जिम्मा संभालता था। सोहन कुमार (26 वर्ष): गिरोह के बैंक खातों और ट्रांजेक्शन को मैनेज करता था। इनके पास से आईफोन, एंड्रॉयड मोबाइल, लैपटॉप, आईपैड, Asian Paints के फर्जी दस्तावेज और 10,240 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
Highlights
पुलिस कर रही आगे की जांच
गिरोह के खिलाफ मु.अ.सं.- 0041/2024 के तहत धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और आईटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इन्होंने और किन लोगों को ठगा है और इनके अन्य सहयोगी कौन-कौन हैं।