Varanasi: महाकुंभ के दौरान उमड़े जनसैलाब के कारण वाराणसी में चल रही बड़ी विकास परियोजनाओं की गति धीमी पड़ गई थी। लगभग 4,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर असर पड़ा, जिनमें रोपवे, एयरपोर्ट टर्मिनल विस्तार और सिक्स लेन सड़क निर्माण जैसी योजनाएं शामिल थीं। बीते दो महीनों तक सरकारी मशीनरी तीर्थयात्रियों की सुविधाएं सुनिश्चित करने और भीड़ प्रबंधन में व्यस्त रही, जिसके चलते निर्माण कार्य ठप हो गए। महाकुंभ के समापन के साथ ही अब ये परियोजनाएं फिर से रफ्तार पकड़ने को तैयार हैं।
Varanasi: मोहनसराय-कैंट सिक्स लेन: काशी का नया प्रवेश द्वार
वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर वाहनों का बढ़ता दबाव देखते हुए मोहनसराय से कैंट तक सिक्स लेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है। 400 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह 13 किमी लंबा मार्ग काशी का भव्य पश्चिमी प्रवेश द्वार होगा।
पिछले कुछ वर्षों में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और टाटा कैंसर अस्पताल बनने के बाद इस मार्ग पर यातायात काफी बढ़ गया है। महाकुंभ के दौरान भी श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या ने इसी रास्ते से यात्रा की। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, मोहनसराय के रास्ते हर दिन करीब 30,000 वाहन वाराणसी में प्रवेश करते हैं।
महाकुंभ के चलते इस सड़क का निर्माण कार्य भी अस्थायी रूप से रोक दिया गया था। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता केके सिंह के अनुसार, अब कार्य को फिर से गति दी जा रही है। इसके साथ ही रविंद्रपुरी, फुलवरिया और अन्य इलाकों में भी रुके हुए सड़क निर्माण कार्य दोबारा शुरू किए जा रहे हैं।
रोपवे प्रोजेक्ट को भी लगी थी ब्रेक, अब तेजी आएगी
वाराणसी में 804 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला रोपवे प्रोजेक्ट भी महाकुंभ के कारण प्रभावित हुआ। कैंट से गोदौलिया तक करीब 4 किमी लंबी रोपवे परियोजना को मई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन बीते 45 दिनों में काम पूरी तरह ठप हो गया था।
गोदौलिया और कैंट क्षेत्र में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के कारण निर्माण कार्य अस्थायी रूप से रोक दिया गया। वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के अनुसार, अब रोपवे निर्माण में तेजी लाई जाएगी और इसे तय समयसीमा के भीतर पूरा करने का प्रयास होगा।
सीएम ग्रिड योजना: अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नई सड़कें
मुख्यमंत्री ग्रिड योजना के तहत वाराणसी में 72 करोड़ रुपये की लागत से आठ प्रमुख सड़कों का निर्माण किया जाना है। इन सड़कों को इस तकनीक से बनाया जाएगा कि भविष्य में केबल, सीवर और जल आपूर्ति लाइनों के लिए बार-बार खुदाई की जरूरत न पड़े।
इस योजना के तहत जिन सड़कों का निर्माण किया जाना है, उनमें शामिल हैं:
- तिलक मूर्ति से भारत सेवाश्रम संघ (610 मीटर)
- सिगरा थाना से घंटी मिल (250 मीटर)
- सिगरा चौराहे से औरंगाबाद (1,100 मीटर)
- ट्रॉमा सेंटर से रविदास गेट (545 मीटर)
- सुंदरपुर मुख्य मार्ग से चेरियन गली (470 मीटर)
- गोलघर चौराहे से अर्दली बाजार (250 मीटर)
- दुर्गाकुंड पुलिस चौकी से संजय शिक्षा निकेतन (510 मीटर)
- शुक्ला चौराहे से गुरुधाम चौराहे तक (310 मीटर)
महाकुंभ के कारण इस परियोजना पर कोई कार्य नहीं हो पाया, लेकिन अब निर्माण कार्य तेजी से शुरू होने वाला है।
एयरपोर्ट विस्तार भी हुआ प्रभावित, अब मिलेगा नया टर्मिनल
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का विस्तार भी महाकुंभ के कारण धीमा पड़ गया था। 2,870 करोड़ रुपये की लागत से तीन गुना बड़ा नया टर्मिनल बनाया जा रहा है, जिसका निर्माण 75,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जा रहा है।
नए टर्मिनल की विशेषताएं:
- तीन मंजिला टर्मिनल बिल्डिंग
- ग्राउंड फ्लोर: आगमन हॉल
- प्रथम तल: प्रस्थान हॉल
- तीसरी मंजिल: कार्यालय
- 8 एयरो ब्रिज
- 72 चेक-इन काउंटर
- 8 कन्वेयर बेल्ट
- 14 सुरक्षा जांच काउंटर
महाकुंभ के दौरान एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ, जिससे विस्तार कार्य रुक गया था। अब निर्माण प्रक्रिया दोबारा तेज की जाएगी। टर्मिनल बिल्डिंग के लिए 99 एकड़ और रनवे विस्तार के लिए 105 एकड़ भूमि अधिग्रहण का कार्य भी प्रगति पर है।
Highlights
महाकुंभ के बाद अब विकास कार्यों में तेजी
महाकुंभ के चलते वाराणसी में कई बड़ी परियोजनाओं की गति थम गई थी, लेकिन अब इन पर काम दोबारा तेज किया जा रहा है। चाहे रोपवे हो, एयरपोर्ट विस्तार हो या सिक्स लेन सड़क निर्माण, अब सभी परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।