Yoga Day: बाबा विश्वनाथ का दरबार शनिवार को उस वक़्त भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया जब जीवन में संतुलन और स्वास्थ्य की भावना को आत्मसात करते लोग योग साधना में लिप्त नजर आए। 21 जून 2025 ये दिन है, अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का और इस मौके पर गंगा तट की पवित्र हवाओं और मंदिर परिसर की दिव्यता में मंत्रीगणों और अधिकारियों ने अन्य सैकड़ों लोगों के साथ योगाभ्यास किया।



Yoga Day: सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर काशी विश्वनाथ धाम में योग का आगाज दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सुबह होते ही मंदिर परिसर योग साधकों से भर गया, श्री काशी विश्वनाथ धाम में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित इस भव्य योग कार्यक्रम (Yoga Day) में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, शहर दक्षिणी के विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या और जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बढ़कर भाग लिया और मौजूदा अन्य लोगों को भी योगा के लिए प्रोत्साहित किया।


‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ रहा थीम
इस वर्ष का वैश्विक थीम ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ रहा, जिसके अनुरूप आदियोगी भगवान विश्वेश्वर के पावन धाम में सैकड़ों श्रद्धालुओं और योग साधकों ने एक साथ योगाभ्यास (Yoga Day) कर स्वस्थ जीवन और समरसता का संदेश दिया। लोग जीवन में संतुलन और स्वास्थ्य की भावना को आत्मसात करते नजर आए। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य बल्कि धरती और समूची सृष्टि के कल्याण का संदेश प्रसारित करना रहा। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने सामूहिक योगाभ्यास कर तन-मन को ऊर्जा से भर लिया और स्वस्थ जीवन का संकल्प लिया।


इस मौके पर मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि 3000 साल पहले महर्षि पतंजलि ने योग की शुरुआत की थी। पीएम मोदी ने 2014 में इसे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का दर्जा दिलाया और आज हमें ख़ुशी आज पूरी दुनिया इसमें बढ़चढ़कर भाग ले रही है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य जीवन के लिए योग (Yoga Day) बहुत आवश्यक है और इस तनावपूर्ण जीवन में संतुलन बनाने के लिए योग से अच्छा उपाय कोई नही है।
वाकई में काशी के इस ऐतिहासिक आयोजन ने एक बार फिर यह प्रमाणित किया कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला और समरसता का प्रतीक है।