हिंदी सिनेमा की वेटरन एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया आज 66 वर्ष की हो गई हैं। 8 जून 1957 को मुंबई में जन्मीं डिंपल हमेशा से एक्ट्रेस बनना चाहती थीं। डिंपल ने 1973 में फिल्म ‘बॉबी’ से अपना एक्टिंग डेब्यू किया था, और पहली ही फिल्म से वह दर्शकों का दिल जीतने में सफल रहीं। डिंपल, कई बेहतरीन मूवी का हिस्सा रही हैं। वहीं, वह अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी काफी सुर्खियां बटोर चुकी हैं। डिंपल ने महज 16 की उम्र में 31 वर्षीय राजेश खन्ना से शादी कर ली और धीरे-धीरे फिल्मों से दूर होने लगीं।
चलिए आज डिंपल कपाड़िया के जन्मदिन के मौके पर हम उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अहम पहलुओं के बारे में जान लेते हैं, साथ ही आपको यह भी बताते हैं कि पर्दे से दूर होने के बाद डिंपल अब क्या कर रही हैं-
डिंपल को फिल्मों में लाने का श्रेय राज कपूर को जाता है। डिंपल के पिता चुन्नीभाई कपाड़िया बेहद रईस थे। एक पार्टी के दौरान ही राज कपूर की नजर डिंपल कपाड़िया पर पड़ी थी। इसी के बाद राज कपूर ने डिंपल को फिल्म ‘बॉबी’ में अपने बेटे ऋषि कपूर के अपोजिट ब्रेक दिया था।
डिंपल कपाड़िया की लव लाइफ की बात करें तो
राजेश खन्ना से उनकी पहली मुलाकात फिल्मों में आने से पहली ही हो गई थी। दोनो की पहली मुलाकात अहमदाबाद के नवरंगपुरा स्पोर्ट्स क्लब में हुई, वहीं, जब राजेश की नजर डिंपल पर पड़ी तो वह उन्हें देखते ही रह गए और यहीं से दोनों के बीच प्यार की शुरुआत हुई। दोनों वर्ष 1973 में शादी के बंधन में बंधे। राजेश संग सात फेरे लेने के बाद डिंपल 11 वर्ष तक पर्दे से दूर रहीं, उसी दौरान ट्विंकल और रिंकी ने जन्म लिया। काका को पसंद नही था की डिंपल फिल्मों में काम करें। आपसी मतभेद के चलते दोनो के बीच दूरियां बढ़ने लगी और नौ साल बाद ही डिंपल और राजेश ने अलग होने की ठान ली।
राजेश से अलग होने के बाद डिंपल ने फिल्म ‘सागर’ से वापसी की और कई बेहतरीन प्रोजेक्ट का हिस्सा बनीं। डिंपल फिल्मों में एक्टिव रहने के साथ एक सफल बिजनेसवुमन हैं। एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें कैंडल्स का हमेशा से शौक रहा है। वे जब विदेश यात्रा पर भी होती थीं, तो वहां से कैंडल खरीदकर लाती थीं और इसका कलेक्शन बनाती थीं। इसी दौरान उन्होंने तय किया कि वह खुद ही मोमबत्तियां तैयार करेंगी। इसके लिए डिंपल ने बकायदा विदेश में ट्रेनिंग भी ली है। उनकी कंपनी का नाम ‘फार अवे ट्री’ है। डिंपल की कंपनियों में मिलने वाली मोमबत्तियों की खासियत यह है कि वह खास जड़ी-बूटियों से बनाई जाती हैं।
Anupama Dubey