Durga Puja 2024: बुधवार को सप्तमी तिथि के अवसर पर वाराणसी में दुर्गा पूजा के पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाओं को देखने के लिए भक्तों का जमावड़ा देर शाम से ही शुरू हो गया था। विभिन्न पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी भरपूर रौनक रही। कहीं देवी पाठ का आयोजन किया गया, तो कहीं देवी गीतों की मधुर धुनें गूंजती रहीं। इस भीड़ को देखते हुए लहुराबीर चौराहे से नई सड़क की ओर जाने वाले मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था।

सनातन धर्म इंटर कॉलेज के प्रांगण में सायंकाल के बाद भक्तों की भीड़ जुटने लगी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पंडाल में बैरिकेडिंग की गई थी। पंडालों को शानदार तरीके से सजाया गया है, जहां प्रत्येक पंडाल अपनी भव्यता को प्रदर्शित करने में जुटा है। राजघाट से लेकर मैदागिन, लहुराबीर, चेतगंज, नई सड़क, जगतगंज, गोदौलिया, जंगमबाड़ी, शिवपुर, अर्दली बाजार, रेशम कटरा और चौक तक पूरा शहर भक्तिमय हो गया है।

Durga Puja 2024: शहर से गांव तक माता रानी के जयकारे
बुधवार को विधिवत कलश पूजन के बाद मां दुर्गा की झांकी आम भक्तों के लिए दर्शनार्थ खोल दी गई। इसके बाद भक्तों ने माता के दर्शन के लिए लंबी कतारें लगाईं। शिवपुर स्थित मिनी स्टेडियम में इस बार वृंदावन के प्रेम मंदिर के तर्ज पर पंडाल सजाया गया है। हथुआ मार्केट के प्रसिद्ध प्रीमियम बॉयज क्लब पंडाल को स्वर्वेद मंदिर का स्वरूप दिया गया है, जो भव्यता का प्रतीक है। नई सड़क स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज में जयपुर के प्रसिद्ध शीश महल की तर्ज पर पंडाल बनाया गया है।

इस पंडाल के अंदर नारी सशक्तिकरण और बाबा विश्वनाथ पर आधारित एक शो का आयोजन भी किया जा रहा है। यहां मां दुर्गा की प्रतिमा 24 फीट ऊंची है, जबकि महादेव की अर्धनारीश्वर प्रतिमा 25 फीट की ऊंचाई में स्थापित की गई है। यह दर्शकों को देवी की भव्यता का अनुभव कराएगी।

विशेश्वरगंज से लेकर मच्छोदरी और मुकीमगंज से प्रहलादघाट तक विद्युत झालरों से भव्य सजावट की गई है। मछोदरी स्थित पंडाल को उज्जैन के महाकाल मंदिर के तर्ज पर सजाया गया है, जो भक्तों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

सोनारपुरा में हरिशचंद्र घाट के पास शक्ति धाम में दुर्गापूजा के अवसर पर स्थापित दुर्गा प्रतिमा को बंगाल की पारंपरिक शैली में तैयार किया गया है। इस बार शहर के कई स्थानों पर बांग्ला शैली की मूर्तियों की स्थापना की गई है, जिससे दुर्गापूजा का उत्सव और भी आकर्षक बन गया है।

केदारघाट स्थित गली में केदार स्पोर्टिंग क्लब की ओर से विभिन्न दालों से बनी दुर्गा प्रतिमा भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिंग क्लब में भी मां दुर्गा की बांग्ला शैली में स्थापित प्रतिमा भक्तों को अपनी ओर खींच रही है।

इस प्रकार, वाराणसी में दुर्गा पूजा का पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रदर्शन करता है। विभिन्न पंडालों की भव्यता, आकर्षक सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस पर्व को और भी खास बना दिया है। भक्त इस अवसर का आनंद लेते हुए मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने की कामना कर रहे हैं।


