Ganga Dussehra: पतित पावनी गंगा के अवतरण दिवस पर रविवार को शिव की नगरी काशी में उत्सव मनाया गया। गंगा दशहरा के दिन स्नान, दान, जप, तप, व्रत और उपवास आदि करने के लिए काशी में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु उमड़ पड़े। अस्सी, दशाश्वमेध से लेकर राजघाट तक हजारों श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया। गंगा के इस पार से लेकर उस पार तक मेले जैसा मंजर दिखाई दिया।

काशी के घाटों पर गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) पर वाराणसी ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग गंगा स्नान और दान करने के लिए उमड़े नजर आ रहे हैं। सभी घाटों पर आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा। भोर से ही मंदिरों में घंटे घड़ियाल की ध्वनि के बीच घाटों पर हर हर गंगे… गूंजने लगा। आस्थावानों ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाने के बाद यथासंभव दान भी किया।
गंगा-गोमती संगम में डुबकी लगा मार्कंडेय महादेव का किया जलाभिषेक
वहीं कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव मंदिर में गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) पर रविवार भोर से ही हर हर महादेव उद्घोष के जयकारे के साथ पूर्वांचल के गाजीपुर आजमगढ मऊ चंदौली जौनपुर सहित विभिन्न जनपदों से आये हजारों लोगों ने जलाभिषेक किया। मार्कंडेय धाम के पुजारी अजितेश पाण्डेय ने बताया कि गंगा दशहरा का धार्मिक महत्व है। इसी दिन गंगा मां का अवतरण माना गया है। इस दौरान सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थीं। हालांकि इस दौरान प्रशासनिक बदइंतजामी भी देखने को मिली।

इस बार गंगा दशहरा पर 23 साल के बाद पंच महायोग का संयोग बना है। इस महायोग में सभी मां गंगा का आचमन व पूजन करके अमृत फल की कामना कर रहा। वाराणसी के गंगा घाटों पर श्रद्धालु मां गंगा में पुण्य के लिए गोते लगा रहे है तो 84 घाटों पर पूजन व आरती भी हो रही है। इस पावन अवसर (Ganga Dussehra) पर मां गंगा को 250 महिलाओं की ओर से करीब 11 सौ मीटर लंबी चुनरी चढ़ाई जाएगी।

काशी के घाटों को फुल-मालाओं से किया गया सुसज्जित
बताते चलें कि गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) पर दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, तुलसीघाट, राजेंद्र प्रसाद घाट सहित अन्य घाटों को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। दूर-दूर से काशी पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस दौरान आस्था की डुबकी लगाई। इसके बाद वाराणसी के तमाम मंदिरों जैसे काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर सहित अन्य मंदिरों में दर्शन-पूजन करके आशीर्वाद प्राप्त किया।

Ganga Dussehra पर सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त
उधर गंगा में स्नान करने वालों की भीड़ को देखते हुए घाटों पर पुलिस के जवान तैनात हैं। गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) पर स्नानार्थियों की भीड़ को देखते हुए बीच गंगा नाव पर जल पुलिस और NDRF की टीम भी पेट्रोलिंग करके चारो ओर अपनी नजर बनाये रखे हैं और लोगों से गहरे पानी में ना उतरने की लगातार अपील भी कर रहे हैं।


हिंदू पंचांग के अनुसार मान्यता है कि ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) का पावन पर्व मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस पावन दिन पर गंगा स्नान करने से लोगों को 10 तरह के पापों से मुक्ति और मोक्ष भी मिलती है, वहीं सुख-शांति व समृद्धि का भी जीवन में आगमन होता है।
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