Mukhtar Ansari: कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को फ़र्ज़ी शास्त्र लाइसेन्स मामले में दोषी पाया है। वाराणसी एमपी/एमएलए कोर्ट विशेष न्यायाधीश अवनीश गौतम की अदालत में मुख्तार को कल सजा का ऐलान होगा।
मुख्तार अंसारी [Mukhtar Ansari] के खिलाफ आरोप है कि दस जून 1987 को दोनाली कारतूसी बंदूक के लाइसेंस के लिए जिला मजिस्ट्रेट के यहां प्रार्थना पत्र दिया था। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से संस्तुति प्राप्त कर शस्त्र लाइसेंस प्राप्त कर लिया गया था। इसका फर्जीवाड़ा उजागर होने पर सीबीसीआईडी द्वारा चार दिसंबर 1990 को मुहम्मदाबाद थाना में मुख्तार अंसारी, तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर समेत पांच नामजद एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
गवाहों का बयान दर्ज करने के बाद Mukhtar Ansari को कोर्ट ने पाया दोषी
जांचोपरांत तत्कालीन आयुध लिपिक गौरीशंकर श्रीवास्तव और मुख्तार अंसारी के विरुद्ध 1997 में अदालत में आरोप पत्र प्रेषित कर दी गई। मुकदमे की सुनवाई के दौरान गौरीशंकर श्रीवास्तव की मृत्यु हो जाने के कारण उनके विरुद्ध वाद 18 अगस्त 2021 को समाप्त कर दिया गया। इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन,पूर्व डीजीपी देवराज नागर समेत दस गवाहों का बयान दर्ज किया गया है। अब अदालत ने दोनों पक्षों के गवाहों के बयान दर्ज होने के बाद मुख्तार को दोषी पाया है।