Shrawasti News: श्रावस्ती के एक मदरसे में नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार को गिरोह के सरगना और मदरसे के मैनेजर मुबारक अली उर्फ नूरी को गिरफ्तार किया। आरोपी अपने मदरसे के एक कमरे में नकली नोट छापने का काम करता था। पुलिस ने मौके से 34,500 रुपये के नकली नोट, 14,500 रुपये के असली नोट, एक प्रिंटर, दो लैपटॉप और प्रिंटिंग इंक की बोतलें बरामद की हैं।
मदरसे का इस्तेमाल नकली नोट छापने में
पुलिस के अनुसार, श्रावस्ती जिले के लक्ष्मणपुर इलाके में स्थित मदरसा फैजुर्रनबी के एक कमरे में प्रिंटिंग मशीन लगाई गई थी। यहीं नकली नोट छापे जाते थे। पुलिस ने छापेमारी के दौरान मौके से कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें तीन बहराइच और दो श्रावस्ती जिले के निवासी हैं।
Shrawasti News: गिरोह का संचालन और नकली नोटों का कारोबार
मुबारक अली, जो गैंग का मुखिया है, अपनी पांच पत्नियों की मदद से नकली नोटों का कारोबार चलाता था। इन पत्नियों में से एक मदरसा फैजुर्रनबी में टीचर है, जबकि दूसरी बहराइच की जामिया नूरिया मस्जिद में पढ़ाती है। आरोपी इन नकली नोटों को अपने परिवार के सदस्यों और साथियों के जरिए छोटे दुकानदारों, गुटखा विक्रेताओं और सब्जी वालों को रात के समय खपाता था। ये नोट 100, 200 और 500 रुपये के होते थे, जिससे लोगों को जल्दी शक न हो।
गिरोह का भंडाफोड़
एसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि एक आरोपी को बहराइच में नकली नोटों के साथ पकड़ा गया था। उससे पूछताछ के बाद चार अन्य आरोपियों की जानकारी मिली। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जमील अहमद, धर्मराज शुक्ला, रामसेवक और अवधेश कुमार पांडेय शामिल हैं। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर मदरसे के मैनेजर मुबारक अली को भी गिरफ्तार कर लिया।
यूट्यूब से सीखा नकली नोट छापना
एएसपी प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि मुबारक अली ने नकली नोट छापने की तकनीक यूट्यूब से सीखी थी। इसके लिए वह उच्च गुणवत्ता वाले कागज का इस्तेमाल करता था और लैपटॉप और प्रिंटर की मदद से नोट प्रिंट करता था।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से कई पर पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। जमील अहमद पर दो मामले, रामसेवक पर बहराइच और नानपारा में तीन मामले, और अवधेश कुमार पर सोनवा में आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। इसके अलावा, मुबारक अली पर गोंडा जिले के खरगूपुर में एक मामला पहले से लंबित है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गांव के कुछ लोगों ने बताया कि मुबारक अली की दो पत्नियों के बारे में उन्हें जानकारी थी। इनमें से एक मदरसे में पढ़ाती थी और दूसरी घर संभालती थी। बाकी तीन पत्नियों के बारे में ग्रामीणों को कोई जानकारी नहीं है।
Highlights
नकली नोट के कारोबार पर पुलिस की सतर्कता
पुलिस ने नकली नोटों की इस अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाने के लिए तेजी से कार्रवाई की है। अधिकारियों ने यह भी कहा है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और इस मामले में कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।