वृंदावन में एक युवक पुलिस इंस्पेक्टर बनकर पिछले एक साल से आम लोगों पर रौब झाड़ रहा था, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर ने उसका फर्जीवाड़ा (Fake Inspector) उजागर कर दिया। पुलिस ने उसे रुक्मिणी विहार गोल चक्कर के पास से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी के पास से पुलिस वर्दी, थ्री स्टार बैज, बेल्ट, जूते और मोनोग्राम बरामद किए गए हैं।
अलीगढ़ से आया था काशी में बना रहा था दबदबा
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अलीगढ़ जिले के खैर थाना क्षेत्र के वयमोरा गांव निवासी 37 वर्षीय सचिन शर्मा के रूप में हुई है। वह इस समय वृंदावन के ओमेक्स फुल मून ए टावर में फ्लैट लेकर रह रहा था। सोमवार को वह पूरी पुलिस की वर्दी पहनकर अपने गेस्ट हाउस की ओर जा रहा था, तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया।
ओमेक्स चौकी प्रभारी अमित कुमार के मुताबिक, सचिन के पास से असली जैसी दिखने वाली पुलिस यूनिफॉर्म, थ्री स्टार बैज, चमड़े का बेल्ट, जूते और मोनोग्राम जब्त किए गए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह साल से वृंदावन में रह रहा है, लेकिन पिछले एक साल से वह फर्जी इंस्पेक्टर (Fake Inspector) की वर्दी पहनकर खुद को पुलिस अधिकारी बताता रहा।
सोशल मीडिया पोस्ट ने किया Fake Inspector का पर्दाफाश
इस फर्जीवाड़े (Fake Inspector) का भांडा फूटने की शुरुआत तब हुई जब किसी व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर सचिन की पुलिस की वर्दी में एक फोटो पोस्ट की। इस तस्वीर पर संदेह जताते हुए कई लोगों ने कमेंट किए, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। फोटो वायरल होने के बाद आरोपी कुछ समय के लिए भूमिगत हो गया था।
जैसे ही सचिन दोबारा वृंदावन में नजर आया, पुलिस ने जाल बिछाकर उसे दबोच लिया। इंस्पेक्टर क्राइम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी लोगों पर प्रभाव जमाने और उनसे मेलजोल बढ़ाने के लिए वर्दी पहनता था। वह खुद को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बताकर लोगों पर रौब डालता था।
मुकदमा दर्ज, आगे की जांच जारी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है कि उसने इस फर्जी (Fake Inspector) पहचान का फायदा उठाकर किसी से ठगी या अवैध वसूली तो नहीं की। पुलिस अब यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सचिन ने यह वर्दी और अन्य सामान कहां से खरीदे और क्या इसमें किसी स्थानीय व्यक्ति की मदद ली गई थी।