गणेश चतुर्थी इस बार 07 सितंबर से शिव की नगरी काशी में गणेशोत्सव (Ganeshotsav) की धूम मचेगी। घर-घर में गणपति देव विराजेंगे। लोग महोत्सव की तैयारी जोर-शोर से कर रहे हैं। पंडाल आकार ले रहे हैं तो मूर्तिकार गणपति की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। धर्म की नगरी काशी में गणेश चतुर्थी पर लगभग आधा दर्जन पूजा पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित किया जाता है। जिसमें प्रमुख रूप से श्री काशी मराठा गणेशोत्सव समिति (Ganeshotsav) और शारदा भवन श्री गणेशोत्सव की तरफ से स्थापित होने वाले गणेश प्रतिमा सबसे पुरानी है।
गणेश चतुर्थी के मौके पर वाराणसी में भी सात से अगले सात दिनों तक गणेशोत्सव की धूम रहेगा। विधिवत मंत्रोचारण, पूजन अर्चन के साथ भगवान की प्रतिमा स्थापित किया जायेगा। जिसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही हैं। इस बार काशी में विराजमान लालबाग के राजा की प्रतिमूर्ति ठठेरी बाजार चौखम्भा स्थित शेरवाली कोठी में सजेगी।
अग्रवाल भवन में में होता था गणेशोत्सव (Ganeshotsav) का आयोजन
काशी मराठा गणेश उत्सव (Ganeshotsav) की ओर से हर साल आसभैरो स्थित अग्रवाल भवन में गणेशोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है। इस बार ठठेरी बाजार स्थित शेरवाली कोठी में मुम्बई के सुप्रसिध्द लालबाग का राजा की प्रतिमूर्ति श्रीगणेश की प्रतिमा शनिवार को श्री काशी मराठा गणेश उत्सव समिति के तत्वावधान में प्रतिष्ठापित की जायेगी।
श्रीकाशी मराठा गणेश उत्सव समिति का पांच दिवसीय श्रीगणेश महोत्सव का शुभारंभ 7 सितम्बर से होगा। समिति के अध्यक्ष आनंद राव सूर्यवंशी ने बताया कि काशी मराठा गणेश उत्सव समिति का इस बार 16 वां श्रीगणेश उत्सव समारोह है। पांच दिवसीय आयोजन को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिए कमेटी गठित की गई है।
मुंबई में तैयार की गई साढ़े पांच फुट की प्रतिमा
काशी मराठा गणेश उत्सव समिति (Ganeshotsav) मे विराजमान होने वाले लाल बाग का राजा की प्रतिमूर्ति मुम्बई में तैयार करायी जा रही है। जो साढ़े पांच फुट की है। प्राकृतिक रंगों का चयन किया गया है। मुम्बई के सुप्रसिद्ध कलाकार दीपक कुमार व उनके टीम श्रीगणेश जी की प्रतिमूर्ति का निर्माण कर रहे हैं। जो लगभग पूरा हो चुका है। मूर्ति शुक्रवार तक ठठेरी बाजार स्थित शेरवाली कोठी ठठेरी बाजार में मुम्बई के कलाकार साथ में लेकर आ जायेगे।
श्री काशी मराठा गणेश उत्सव समिति ने पांच दिवसीय श्रीगणेश महोत्सव में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया है ? महाआरती रोजाना सुबह व रात में 9 बजे से होगी। 11 सितम्बर को भव्य शोभायात्रा व विसर्जन आयोजित है। शोभायात्रा में महाराष्ट्र तासगांव ताशा, ध्वज पथक के साथ अपने अपने कला को शोभायात्रा में बिखेरेंगे।
गजानन को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार, तैयारियां पूरी
काशी में गणेशोत्सव (Ganeshotsav) की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। एक तरफ पूजा आयोजक तैयारियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ शिल्पकार भी गणपति प्रतिमाओं को फाइनल टच देने में। घरों में पूजने के लिए भगवान गणेश की छोटी-छोटी प्रतिमाएं बाजार में अपनी जगह ले चुकी हैं। शहर के दशाश्वमेध, चौक, सोनारपुरा, लहुराबीर, रथयात्रा, अर्दली बाजार, पांडेयपुर आदि क्षेत्रों में प्रतिमाओं की खरीद-बिक्री जोरशोर से जारी है।