‘घातक’ एक ऐसी फिल्म जो कि सनी देओल के कैरियर की दमदार फिल्मों में से एक मानी जाती है। विलेन डैनी और सनी देओल के बीच की टक्कर ने उस समय थिएटर में फिल्म देखने वालों के रौंगटे खड़े कर दिए थे। आपको कई जगह फिल्मी लेखों में लिखा मिलेगा कि आमिर ख़ान और सन्नी देओल की बॉक्सऑफिस पर तीन बार टक्कर हुई है। पहली बार 1990 में ‘घायल’ और ‘दिल’ के बीच, दूसरी बार ‘राजा हिंदुस्तानी’ और ‘घातक’ के बीच और तीसरी बार ‘लगान’ और ‘गदर’ के बीच। इनमें से दो बातें बिल्कुल ठीक है लेकिन ‘राजा हिंदुस्तानी’ और ‘घातक’ के बीच मुकाबला वाली बात बिल्कुल गलत है। दरअसल, 8 नवंबर 1996 को बॉक्सऑफिस पर ‘घातक’ और ‘राजा हिंदुस्तानी’ के बीच नहीं बल्कि ‘घातक’ और सुनील शेट्टी, अक्षय कुमार अभिनीत ‘सपूत’ के बीच मुकाबला हुआ था। ये दोनों मूवीज एक ही दिन रिलीज़ हुई थी। ‘घातक’ 220 स्क्रीन्स पर और ‘सपूत’ 240 स्क्रीन्स पर रिलीज़ हुई थी। कम स्क्रीन्स पर रिलीज़ होने के बावजूद ‘घातक’ की ओपनिंग ‘सपूत’ से अच्छी थी। लाइफटाइम बिजनेस में ‘घातक’ को ‘सुपरहिट’ का दर्जा मिला था और ‘सपूत’ बॉक्सऑफिस पर फ्लॉप रही थी।
कमल हसन को ऑफर हुई थी फिल्म
‘घातक’ सन्नी देओल और राजकुमार संतोषी की साथ में तीसरी फ़िल्म थी। इससे पहले ये जोड़ी 1990 में आई ‘घायल’ और 1993 में आई महिला प्रधान फ़िल्म ‘दामिनी’ में धमाल मचा चुकी थी। ‘घायल’ की ब्लॉकबस्टर सफलता के बाद ही राजकुमार संतोषी ने इस फ़िल्म की प्लानिंग शुरू कर दी थी। राजुकमार संतोषी ने इस फ़िल्म की स्क्रिप्ट पहले कमल हसन को लीड रोल में रखकर लिखी थी। उस वक्त के जो बड़े बड़े विज्ञापन बाहर आए थे उन पर ये ही लिखा था कि ये कमल हसन की कमबैक मूवी है हिंदी सिनेमा में। विज्ञापन में अंग्रेज़ी में लिखा था कि ‘वेलकम बैक टू द हिंदी स्क्रीन’ और नीचे राजुकमार संतोषी के साईन भी थे। कमल हसन अज्ञात कारणों से ये फ़िल्म नहीं कर पाए लेकिन कहा ये भी जाता है कि इस फ़िल्म के डिस्ट्रीब्यूटर्स कमल हसन की लीड रोल में कास्टिंग से खुश नहीं थे। उनका मानना था कि साउथ के एक्टर वाली ऐसी मूवी हिंदी बेल्ट के दर्शक देखने नहीं जायेंगे। उन्होंने राजकुमार संतोषी को उनकी पिछली हिट फ़िल्म की हीरो सन्नी देओल को लीड रोल में कास्ट करने की सलाह दी और राजकुमार संतोषी ने भी उनकी सलाह को मानते हुए सन्नी देओल को कास्ट कर लिया।

मीनाक्षी के कैरियर की आखिरी फिल्म
‘घायल’ के बाद एक बार फिर राजकुमार संतोषी ने मीनाक्षी शेषाद्री को इस फ़िल्म के लिए लीड एक्ट्रेस के रूप में साइन किया। उस वक्त ही राजकुमार संतोषी मीनाक्षी शेषाद्री के साथ महिला प्रधान फ़िल्म ‘दामिनी’ भी बना रहे थे, जो 1993 में रिलीज़ हुई थी और बॉक्सऑफिस पर हिट रही थी। ‘घातक’ को बनने में पांच साल का वक्त लगा क्यों कि उसी दरम्यान राजकुमार संतोषी ‘दामिनी’, अंदाज अपना अपना और बॉबी देओल की डेब्यू मूवी ‘बरसात’ भी बना रहे थे। ‘बरसात’ को वैसे तो शेखर कपूर निर्देशित करने वाले थे लेकिन उनके 20 दिन की शूटिंग के बाद फ़िल्म छोड़ने के कारण देओल परिवार ने ‘बरसात’ को भी निर्देशित करने की जिम्मेदारी राजकुमार संतोषी को सौंप दी। ‘घातक’ के बनने में हो रही देरी के कारण एक वक्त मीनाक्षी शेषाद्री ने फ़िल्म छोड़ दी थी क्यों कि मीनाक्षी शेषाद्री ने उस वक्त फ़िल्मों से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी और वो पहले की साइन की हुई फ़िल्मों की शूटिंग कंप्लीट कर रही थी। उन दिनों वो ‘घातक’ के अलावा दिलीप कुमार की पहली निर्देशित फ़िल्म ‘कलिंगा’ के लिए भी शूटिंग कर रही थी। हालांकि ‘कलिंगा’ बाद में रिलीज़ नहीं हो पाई थी। मीनाक्षी शेषाद्री की ना नुकूर के कारण राजकुमार संतोषी ने भी सोनिया चड्डा को फ़िल्म के लिए साइन कर लिया था लेकिन सोनिया चड्डा राजकुमार संतोषी के मनमुताबिक काम नहीं कर पाई। कहा ये भी जाता है कि रवीना टंडन ने भी इस फ़िल्म के लिए 10 दिन की शूटिंग की थी लेकिन किन्हीं कारणों से बाद में वो फ़िल्म का हिस्सा नहीं बन पाई। आखिर में मीनाक्षी शेषाद्री ने ही आकर अपने हिस्से की शूटिंग पूरी की।
बनारस से मुंबई तक की कहानी
‘घातक’ में संगीत दिया था राहुल देव बर्मन ने, बैकग्राउंड म्यूजिक इस फ़िल्म में वनराज भाटिया का था। इस फ़िल्म का सबसे लोकप्रिय गाना जो कोरियोग्राफर गणेश आचार्य और ममता कुलकर्णी पर फिल्माया गया था, का संगीत अनु मलिक ने तैयार किया था। इस गाने में ममता कुलकर्णी की परफार्मेंस से प्रभावित होकर ही राजकुमार संतोषी ने ममता कुलकर्णी को अपनी अगली फ़िल्म ‘चाइना गेट’ में बतौर लीड हीरोइन साइन किया था। इस फ़िल्म की कहानी बनारस से लेकर मुम्बई तक की है इसलिए इसको बनारस और मुम्बई में फिल्माया गया था।
ये मीनाक्षी शेषाद्री की आख़िरी फिल्म थी। ये सन्नी देओल और राजकुमार संतोषी की जोड़ी की भी साथ में आख़िरी फ़िल्म थी। इस फ़िल्म और ‘बरसात’ के दौरान क्रिएटिव डिफरेंसेज होने के कारण इस जोडी ने साथ में कभी काम नहीं किया।