एक ओर वाराणसी (Varanasi) में जहाँ लोगों को तमाम सुविधाएँ उपलब्ध कराइ जा रही है। वहीं दूसरी तरफ चोर और उचक्कों के हौसलें भी आसमान छूते नजर आ रहे हैं। वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में आये दिन चोरी और लूट की घटना होती है। उनमें भी छोटे-मोटे घटनाओं की सुध लेने वाला कोई नहीं लेकिन जब बड़ी कोई घटना होती है तो वो खुलकर सामने आते हैं।
ऐसी ही एक बड़ी घटना वाराणसी (Varanasi) में मंगलवार को दक्षिण भारतीय समूह के साथ हुई। ये समूह अवैध गाइड का शिकार हो गया। बाबा काशी विश्वनाथ और मां विशालाक्षी के दर्शन कराने के नाम पर गाइड दर्शनार्थियों के 17 मोबाइल लेकर भाग गया। उन्हें लॉकर में रखने का बहाना बनाकर गमछे में रख लिया और सब सामान लेकर भाग गया। इस घटना से पुरे क्षेत्र में हडकंप मच गया। चकमा देकर फरार हुए आरोपी अवैध गाइड की काफी देर इंतजार करने के बाद दर्शनार्थी उसकी तलाश में निकले, लेकिन वह नहीं मिला।
खंगाला गया विशालाक्षी मंदिर के बाहर का CCTV
इसके बाद इस घटना की सुचना पीड़ित श्रद्धालुओं ने मोबाइल चोरी होने की शिकायत यात्रियों ने ज्ञानवापी कंट्रोल रूम जाकर की। घटना की सुचना मिलते ही पुलिस ने विशालाक्षी मंदिर (Varanasi) के बाहर का CCTV फुटेज खंगाला। CCTV देखा तो उसमें काला कपड़ा पहने और ग्रे-टोपी लगाकर गमछे की पोटली लेकर जाते अवैध गाइड को यात्रियों ने पहचान लिया।
काफी तलाश के बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
पुलिस ने मौके पर अवैध गाइड की काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। दशाश्वमेध और चौक थाना पुलिस को CCTV भेजकर आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस यात्रियों के नंबर को भी सर्विलांस पर डालकर लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है।
तमिलनाडु से 41 श्रद्धालु सुबह-सुबह Varanasi पहुंचे
बताते चलें कि मंगलवार को तमिलनाडु से 41 श्रद्धालुओं का समूह सुबह की ट्रेन से वाराणसी (Varanasi) पहुंचा। दशाश्वमेध क्षेत्र की एक धर्मशाला में स्नान के बाद लगभग 10 बजे सभी बाबा काशी विश्वनाथ और माता विशालाक्षी मंदिर की ओर निकल पड़े। कॉरिडोर के पास उन्हें एक युवक मिला, जिसने खुद को गाइड बताकर आसानी से दर्शन कराने की बात कही।
युवक ने तमिल और तेलुगू भाषा में बातकर दिलाया विश्वास
युवक ने मूल रूप से तमिलनाडु का बताते हुए तमिल और तेलुगू दोनों भाषाओं में बात किया। अवैध गाइड ने श्रद्धालुओं को विश्वास में लेकर दीवार के किनारे चप्पलें उतरवाईं। मोबाइल और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को लॉकर में रखने की बात कही। उसने सभी के 17 एंड्रॉयड मोबाइल, डिजिटल घड़ियां और अन्य सामान अपने गमछे में रखवा लिया। सामान को लॉकर (Varanasi) में रखने की बात कहकर सभी को गेट में एंट्री कराई और खुद बाहर चला गया।
काफी देर तक उसका इंतजार करते हुए एक युवक पीछे गया, लेकिन अवैध गाइड का अता-पता नहीं चला। अवैध गाइड विशालाक्षी देवी मंदिर की गली से उनके 17 मोबाइल लेकर फरार हो गया। इसके बाद दो यात्रियों ने स्थानीय लोगों (Varanasi) से मोबाइल लेकर अपने नंबरों पर फोन मिलाया तो सभी 17 नंबर बंद मिले। नंबर बंद मिलने पर खुद के साथ उचक्कागीरी होने की बात समझ आई।