बुधवार को धर्म की नगरी काशी योग नगरी बनारस बन गयी। अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के अवसर पर वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में एक हजार लोगों ने योग किया और इतना ही नहीं 30 अर्द्धचंद्राकार घाटों को चुनकर उनकी सीढ़ियों पर भी योग किए जा रहें थें। विश्वनाथ मंदिर के चौक प्रांगण और घाटों पर योग कार्यक्रम की शुरूआत सूर्य नमस्कार के साथ की गई। बाबा के दरबार में अब तक जहां सिर्फ आस्था की कतारे लगी होती थी आज वहां योग के प्रति लोगों की आस्था देखते बन रही थी। सिर्फ विश्वनाथ मंदिर ही नहीं बल्कि काशी के घाटों पर भी योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


बाबा भोले भंडारी और विश्व के प्रथम योगगुरू महर्षि पतंजलि की नगरी काशी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के अवसर पर योग नगरी बन गयी। इस अवसर पर योगाभ्यास करते हुए स्वस्थ रहने का सभी ने संकल्प लिया और सैकड़ों लोगों ने विश्वनाथ परिसर में योगाभ्यास कर एक कीर्तिमान स्थापित किया।


International Yoga Day : कॉरिडोर के गेट नंबर 4 से कराया गया प्रवेश
9वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) पर आयोजित इस कार्यक्रम में 1000 लोगों ने भाग लिया और इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के परिसर में अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए जहां लोगों ने योगाभ्यास किया औश्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इन ब्लॉकों को बनाया गया है। बच्चों के लिए अलग ब्लॉक तैयार किए गए थें जहां उन्होंने सूर्य नमस्कार कर योग का शुभारंभ किया। इस विशेष अवसर को देखते हुए सभी लोगों को कॉरिडोर के गेट नंबर 4 से प्रवेश कराया गया और इसके बाद वह ब्लॉक में चले गए।


इस आयोजन के दौरान दयाशंकर मिश्र दयालू ने कहा कि भगवान शंकर के इस पवित्र प्रांगण में सम्सम काशीवासी आज योग कर रहे हैं। शायद ही इससे बड़ा कोई सौभाग्य हो सकता है जब हम अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के 9वें साल को इस तरह से मना रहे है और इसकी बधाई मैं पीएम और सीएम को देना चाहूंगा जिनकी प्रेरणा से योग हमारे देश में परिपूर्ण रूप से स्थापित हुआ।


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वाराणसी जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) पर हमारे शहर के सभी घाटों और स्कूलों में बड़े स्तर पर इसे मनाया जा रहा है। ताकि आज के समय पर जो लोगों को परेशानियां हो रही है लाइफस्टाइल से संबंधित वह खत्म हो और व्यक्ति शारीरिक व मानसिक दोनों रूपों से स्वस्थ रहें।




वहीं सुनील कुमार वर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, विश्वनाथ कॉरिडोर ने कहा कि आज इस प्रांगण में जो योग का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें 1000 लोगों ने भाग लिया और एकदम अच्छे माहौल में यह सम्पन्न हुआ। इसकी तैयारियों के समय ही जो श्रद्धालु यहां आते हैं उन्हें भी दर्शन करने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए भी अलग से व्यवस्थाएं भी की गयी थी।


विश्वनाथ मंदिर में हुए इस योग कार्यक्रम का नजारा तो अद्भूत तो रहा ही इसके साथ ही दशाश्वमेध घाट, सिंधिया घाट, नमो घाट, अस्सी घाट, रविदास घाट, राजघाट आदि घाटों पर योगासन देखना काफी अद्भुत रहा।
बाबा के दरबार में अब तक जहां सिर्फ आस्था की कतारे लगी होती थी आज वहां योग के प्रति लोगों की आस्था देखते बन रही थी। सिर्फ विश्वनाथ मंदिर ही नहीं बल्कि काशी के घाटों पर भी योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योग दिवस 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है। इस थीम से तात्पर्य धरती पर सभी लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता से है।