Investigation of Mahaprasad: तिरुपति मंदिर में परोसे जाने वाले लड्डू के प्रसाद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस मामले में देशभर के प्रमुख मंदिरों में निर्मित प्रसाद की गुणवत्ता, शुद्धता और पवित्रता पर प्रश्न उठ रहे हैं, जिसके चलते सभी मंदिर अपनी-अपनी प्रक्रिया के माध्यम से श्रद्धालुओं को आश्वस्त करने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर भी शामिल है, जहां श्रद्धालु प्रतिदिन लगभग एक हजार किलो महाप्रसाद यानी लड्डू खरीदते हैं।
पूरी प्रक्रिया को शुरू से लेकर आखिर तक जांचा
लड्डू बनाने के दौरान उसकी गुणवत्ता, शुद्धता और पवित्रता की जांच (Investigation of Mahaprasad) करने काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शंभू शरण सिंह पहुंचे। उन्होंने लड्डू बनाने की पूरी प्रक्रिया को शुरू से लेकर आखिर तक जांचा और उन्होंने और उनकी पूरी टीम ने खुद भी लड्डू चखे।

इस दौरान उन्होंने बताया कि जब से तिरुपति बालाजी के प्रसाद की खबर मीडिया में आई है, तब से काशी विश्वनाथ मंदिर पूरी तरह से प्रसाद की जांच (Investigation of Mahaprasad) में जुट गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर में पूरे देश में सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते हैं। इसलिए प्रसाद की गुणवत्ता की जांच खाद्य विभाग द्वारा की जाती है। ताकि गुणवत्ता बनी रहे।
लैब टेस्ट के सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि घी की लैब रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है। लेकिन दोबारा संतुष्टि के लिए एक बार फिर सैंपलिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि बाबा विश्वनाथ जी को चढ़ने वाला प्रसाद (Investigation of Mahaprasad) मंदिर के पुजारी खुद बनाते है। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की सप्लाई के लिए वेंडर से टाइअप किया हुआ है।
Investigation of Mahaprasad: शुद्धता और पवित्रता का पूरा ख्याल
लड्डू बनाने वाले वेंडर अशोक हलवाई ने बताया कि गुणवत्ता, शुद्धता और पवित्रता का पूरा ख्याल रखा जाता है। यहां तक कि मजदूरों के खान-पान और वह खुद लहसुन, प्याज या नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं। मजदूर मास्क पहनकर लड्डू बनाते हैं। उन्हें खाने-पीने के लिए भवन से बाहर दूसरी जगह जाना पड़ता है और शौच के लिए भी दूसरी जगह जाना पड़ता है।

लड्डू बनाने के काम में सिर्फ सनातनी लोग ही लगे
उन्होंने बताया कि उनके लड्डू बनाने के काम में सिर्फ सनातनी ही लगे हैं, गैर सनातनी का तो सवाल ही नहीं उठता। लड्डू बनाने (Investigation of Mahaprasad) में लगी मजदूर रेखा ने बताया कि वह सुबह नहाकर घर आती हैं और फिर पूरी साफ-सफाई का ख्याल रखते हुए लड्डू बनाती हैं। खाने-पीने या शौच के लिए दूसरी जगह (बाहर) जाना पड़ता है। मजदूर अभिषेक ने भी बताया कि साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जाता है।