Kabirdas Statue will be made by metal
- दो साल पहले पांच में से दो मूर्तियां (Kabirdas) हो गई थीं क्षतिग्रस्त
- संस्कृति विभाग ने कबीर तिराहा पर मूर्तियां लगाने का लिया निर्णय
राधेश्याम कमल
Kabirdas Statue: कबीर तिराहा (पिपलानी कटरा) के दिन अब बहुरने वाले हैं। पिछले दो सालों से जिसकी प्रतीक्षा लोग कर रहे थे अब वह दिन आ गया है। कबीर तिराहा पर कबीर साहब और उनके चार शिष्यों की धातु की मूर्तियां लगने जा रही है। यह निर्णय उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने लिया है। इन मूर्तियों में कबीर साहब (Kabirdas) के अलावा उनके चार शिष्यों की मूर्तियां थी। इनमें से दो मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसे वहां से हटा लिया गया था। यह न्यूज सोशल मीडिया से लेकर अखबारों में भी खूब सुर्खियां बनी थी। इसी चौराहे के आसपास कबीर को मानने वाले भारी संख्या में रहते हैं।
Kabirdas Statue: दो वर्ष पहले मूर्तियां हो गई थीं क्षतिग्रस्त
दरअसल, दो साल पहले किसी पार्टी के निकाले गये जुलूस के दौरान कबीर (Kabirdas) व उनके शिष्यों की मूर्तियों में कपड़े बांधे गये थे। जुलूस के दौरान मूर्तियों में लगाये गये कपड़े किसी मैजिक में फंस गये. जिसके बाद पांच में से दो मूर्तियां गिर कर क्षतिग्रस्त हो गई थी। बाद में मूर्तियां कबीरचौरा मठ मूलगादी में रखवा दी गई थी। दो साल तक इसे लेकर आंदोलन भी चला था। लोगों की मांग थी कि इस स्थान पर फिर से कबीर साहब की मूर्तियां लगायी जाय।
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के निदेशक सुभाषचन्द्र यादव ने बताया कि कबीर तिराहे पर अब फाइबर की जगह धातु की कबीर साहब व उनके शिष्यों की मूर्तियां लगायी जायेगी। संभवत: इसी माह इसका लोकार्पण किया जायेगा। धातु की इन मूर्तियों को एक प्रख्यात शिल्पकार ने अंतिम रूप दिया है।

Kabirdas Statue: कबीरमठ ने भी पहले से ही बनवा ली थी फाइबर की मूर्तियां
कबीरचौरा मठ मूलगादी के आचार्य विवेक दास ने बताया कि कबीरचौरा मठ में कबीर संग उनके पांच शिष्यों की मूर्तियां लगायी गई हैं। इसमें कबीर साहब एकतारा लिए हुए हैं। जबकि उनके चार शिष्य भी उनके पीछे-पीछे चल रहे हैं। कबीर साहब ने मध्य काल में भक्ति आंदोलन चलाया था। उन्होंने भारत के कई जगहों पर जाकर भक्ति आंदोलन किया था। आचार्य विवेक दास की कल्पना के अनुरूप कबीर साहब की हूबहू मूर्तियां कबीरचौरा मठ मूलगादी में आज भी लगी है। उनका कहना है कि जैसी मूर्तियां मठ परिसर में लगायी गई है, उसी तरह की मूर्तियां कबीर तिराहे (पिपलानी कटरा) पर नहीं लगी थी।
इसे संयोग ही कहा जायेगा कि कबीर तिराहे पर लगी दो मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई। आचार्य विवेक दास ने बताया कि कि कबीर तिराहे पर कबीर की नई मूर्तियों को लगाने के लिए उन्होंने एक शिल्पकार से फिर से फाइबर की मूर्तियों को तैयार करवाया लेकिन इसमें शासन यहां पर धातु की मूर्तियां लगाने जा रही है। कबीर तिराहे पर लगने जा रही मूर्तियों का स्वरूप वही है, लेकिन वो फाइबर की न होकर धातु की होगी।
कबीरमठ की मूर्तियां अब नई दिल्ली के कबीर भवन पर लगेंगी: आचार्य विवेक दास
- देश के दर्जनों स्थानों पर लगेगी कबीर व शिष्यों की मूर्तियां
कबीरचौरा कबीरमठ मूलगादी के आचार्य विवेक दास ने बताया कि अब वे कबीर व उनके शिष्यों की बनायी गई मूर्तियों को नई दिल्ली कबीर भवन पर लगवायेंगे। उन्होंने बताया कि पूरे मास हम कबीर जयंती मना रहे हैं। इस क्रम में हम देश के कई भागों में कबीर साहब व उनके शिष्यों की मूर्तियों को लगवायेंगे। इसमें नई दिल्ली कबीर भवन, इंदौर, पटना, जालंधर व जम्मू समेत कई जगह हैं। उन्होंने बताया कि हमने संकल्प लिया है कि देश के दर्जनों स्थानों पर कबीर साहब की मूर्तियां लगायी जायेगी।