Operation Sindoor: जब-जब कलाकार की प्रतिभा नए आयाम तलाशती हुई कुछ अलग करने की चाह में छटपटाती है, तब-तब कला का नया सृजन होता है और बनारसी साड़ी, यहाँ के कलाकारों की कलाकृतियाँ, इनके बारे में सोचते ही कला, परंपरा और बेमिसाल कारीगरी जेहन में आने लगते हैं।

देश के वीरों को समर्पित है साड़ी
इसी बीच एक बार फिर से काशी ने कारीगरों ने कला को नया आयाम देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के सफलता, देश के वीर जवानों को सैल्यूट करने के लिए साड़ी पर अपनी कला उकेर दी है। बनारस के चौक के साड़ी व्यवसायी ने अपनी टीम के साथ एक ऐसी साड़ी (Operation Sindoor) को तैयार किया है, जिसे देखकर आप भी यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या ऐसा भी कुछ हो सकता है।
बारीकी से उकेरी गई एक–एक चीज
इस साड़ी को बनाने वाले कारीगर विकास भवशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद से ही इसे बनाने का निर्णय ले लिया था और कई दिनों तक लगातार मेहनत करने के बाद यह साड़ी बनकर तैयार हुई। इस साड़ी की खास बात यह है कि इसमें ऑपरेशन सिंदूर के नाम से साड़ी (Operation Sindoor) का पूरा बॉर्डर तो तैयार किया ही गया है, इसके साथ ही इसमें ब्रमोस मिसाइल से लेकर एस-400, जल, थल और वायु सेना के वीर जवान, आसमान में उड़ता राफेल, एक-एक चीज बेहद बारीकी के साथ बखूबी दर्शाया गया है।

Operation Sindoor: सैनिकों को दिया जायेगा उपहार
साड़ी पर कलाकृति उकेरने वाले विकास भवशंकर ने बताया कि इस साड़ी को बनाने के पीछे की मंशा है कि पूरा देश इस साड़ी को देखें और हमारी भारतीय सेना के लिए वह गर्व महसूस करें कि आज उनकी वजह से हम सभी देशवासी सुरक्षित हैं। यह साड़ी मैंने मार्केट में बेचने के लिए नहीं बल्कि वीरों के सम्मान में बनाया है और इसे सभी सैनिकों को उपहार स्वरूप मेरे द्वारा दिया जाएगा, खास तौर पर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को देंगे। पीएम कार्यालय से संपर्क करने के बाद सभी प्रक्रिया पूर्ण करके इसे भेजा जायेगा।

इस साड़ी (Operation Sindoor) में भारत का सुदर्शन चक्र राफेल, S-400, ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर जल, थल और वायु सेना के सैनिकों को, उनके साहस और पराक्रम को दर्शाया गया है। साथ ही साथ ऑपरेशन सिंदूर जो कि भारत का एक सफल अभियान रहा उसके नाम से पूरा बॉर्डर हाईलाइट किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर को सफलता मिली तभी हम लोगों ने यह विचार किया कि कुछ ऐसी चीज तैयार की जाए जो हमारे सैनिकों के सम्मान में हो। इसीलिए इस साड़ी (Operation Sindoor) को पेंट करके, एक-एक चीज बारीकी से उकेरते हुए उनको समर्पित करने के लिए इस प्रकार से तैयार किया गया है।