वाराणसी। काशी का प्रसिद्ध नमो घाट शनिवार को उत्तर और दक्षिण भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी-तमिल संगमम 3.0 का भव्य उद्घाटन किया और इसे महर्षि अगस्त्य को समर्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने महर्षि अगस्त्य के जीवन पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
काशी-तमिल संगमम उद्घाटन समारोह में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन भी मौजूद रहे। इसके अलावा, तमिलनाडु से आए लगभग 1500 प्रतिनिधियों ने संगमम में भाग लिया और कई रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिससे काशी और तमिल सभ्यता के मिलन का यह आयोजन और भी भव्य हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी के विजन का हिस्सा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हीं की प्रेरणा से यह आयोजन लगातार तीसरी बार वाराणसी में आयोजित हो रहा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से आए सभी अतिथियों को 144 वर्षों बाद आयोजित महाकुंभ और 500 वर्षों बाद बने अयोध्या के रामलला मंदिर का दर्शन कराया जाएगा।

महर्षि अगस्त्य को केंद्र में रखकर तय हुई थीम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस बार के काशी-तमिल संगमम की थीम महर्षि अगस्त्य को केंद्र में रखकर बनाई गई है। उन्होंने बताया कि राम-रावण युद्ध में ‘आदित्य स्तोत्र’ देने वाले और माता सीता की खोज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महर्षि अगस्त्य का योगदान भारत की सांस्कृतिक धरोहर में अमूल्य है। इस कार्यक्रम में शिक्षकों, लेखकों, उद्योगपतियों और मंदिर व्यवस्थापकों समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल हो रहे हैं।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना
सीएम योगी ने कहा कि जिस तरह आदि शंकराचार्य ने उत्तर और दक्षिण भारत को जोड़ने का कार्य किया था, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘काशी-तमिल संगमम’ के माध्यम से एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विजन को साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि काशी ज्ञान की प्राचीन राजधानी रही है और तमिलनाडु का साहित्य भी भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

Highlights
उन्होंने कहा कि इस पहल से वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का अवसर मिलेगा। महर्षि अगस्त्य की सिद्ध चिकित्सा प्रणाली का भी इस कार्यक्रम में विशेष उल्लेख किया गया। अंत में सीएम योगी ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह सांस्कृतिक मिशन निरंतर जारी रहेगा।