प्रयागराज में 12 साल बाद आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अद्वितीय प्रतीक बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को वाराणसी के सर्किट हाउस उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र “दयालु” के प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने बताया कि महाकुंभ (Mahakumbh 2025) को भव्य, स्वच्छ और डिजिटल आयोजन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए आयुष चिकित्सा की विशेष व्यवस्था
मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र “दयालु” ने आगे कहा कि इस महाआयोजन में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य लाभ के लिए आयुर्वेद और होम्योपैथिक चिकित्सा सुविधाएं विशेष रूप से उपलब्ध कराई जाएंगी। महाकुंभ क्षेत्र में 20 अस्थाई चिकित्सालय स्थापित (Mahakumbh 2025) किए गए हैं, जिनमें 10 आयुर्वेद और 10 होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों में 24×7 डॉक्टरों की तैनाती होगी और ये ओपीडी सेवाएं प्रदान करेंगे।
Mahakumbh2025: योग शिविर और औषधीय पौधों का प्रदर्शन
उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान योग की महत्ता को उजागर करने के लिए दिल्ली स्थित मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान की विशेषज्ञ टीम योग शिविर आयोजित करेगी। ये शिविर प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक पंडालों में आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, औषधीय पौधों का प्रदर्शन और उनकी खेती व विपणन की जानकारी देने के लिए भी विशेष अभियान चलाए जाएंगे। HMPV वायरस को लेकर भी विभाग की ओर से हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य और पर्यावरण का समन्वय
डॉ. दयाशंकर मिश्र ने जानकारी देते हुए आगे कहा कि आयुष विभाग ने मेला क्षेत्र में आयुष चिकित्सा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और औषधीय पद्धतियों (Mahakumbh 2025) को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापक योजना तैयार की है। विभाग ने 40 होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी, 28 आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी और 50 फार्मासिस्ट सहित अन्य स्टाफ की तैनाती की है।
6 स्तरीय सुरक्षा और स्वच्छता पर जोर
उन्होंने बताया कि महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान 27,000 सीसीटीवी कैमरों से मेला क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। इसे 24 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। स्वच्छता और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, आयुष विभाग ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम और व्यवस्थित बनाने की योजना बनाई है।
दयालु ने कहा कि यह महाकुंभ (Mahakumbh 2025) न केवल धार्मिक आस्था का महापर्व होगा, बल्कि आयुष चिकित्सा, योग और पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से स्वस्थ और जागरूक जीवन शैली का संदेश भी देगा। उन्होंने इसे “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना का प्रतीक और भारतीय संस्कृति का वैश्विक मंच पर प्रस्तुतिकरण बताया।