राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा (Manoj Jha) मंगलवार को वाराणसी पहुंचे। इस दौरान वह मैदागिन स्थित पड़ारकर स्मृति भवन में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 18वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। जहाँ उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर तीखे हमले किए।
राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा (Manoj Jha) ने मीडिया से बातचीत में त्योहारों, भाषा, और राजनीतिक ध्रुवीकरण को लेकर कई गंभीर टिप्पणियां की। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी सिर्फ लोकप्रियता बटोरने के लिए बातें नही करते थे. मैंने एक उनका लेटर पढ़कर सुनाया है और मैं चाहता हूं कि यह संदेश पीएम तक जाए और वह अपनी भूल सुधार सकें।
नहीं चलेगी नफरत की राजनीति– Manoj Jha
बिहार की राजनीति पर बोलते हुए मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि बिहार में महागठबंधन का बड़ा क्रेज है। तमाम कोशिशें बीजेपी और उनके सहयोगी कर लें, लेकिन तेजस्वी यादव का क्रेज सबसे ज्यादा है। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता अब नफरत की राजनीति से ऊपर उठ चुकी है। उन्होंने कहा बिहार में जो भी नफरत का पैगाम लेकर आएगा, उसकी राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने महागठबंधन को सामाजिक न्याय और सौहार्द्र का प्रतीक बताया।
मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि भाषा के माध्यम किसी को नहीं बांटना नहीं चाहिए। हिंदी आज यहाँ तक अगर पहुंची है तो किसी सरकार के वजह से नहीं, हिंदी यहाँ तक पहुंची है लोक माध्यमों से, लोक स्वीकृति से, तो भाषाओं के बीच के सहोदरा के संबंध को अगर कोई ना समझे इसका मतलब है कि आप अपनी भाषा से भी स्नेह नहीं करते। चाहे वह गृहमंत्री अमित शाह हो या फिर विप्स्ख का कोई नेता।