Mayawati Statement: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को स्पष्ट किया कि पार्टी में किसी भी सदस्य का आना-जाना व्यक्तिगत मामला नहीं है, बल्कि यह पूरी तरह से पार्टी और मूवमेंट के उद्देश्य और हितों पर निर्भर करता है। मायावती ने कहा कि बीएसपी बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के मिशन को सत्ता तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस संघर्ष में कार्यकर्ताओं का जुड़ना या पार्टी से अलग होना पूरी तरह से पार्टी के अनुशासन और मूल सिद्धांतों के अनुरूप तय किया जाता है।
हाल ही में भतीजे आकाश की पार्टी में वापसी को लेकर कांग्रेस, बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने बसपा पर परिवारवाद का आरोप लगाया था, जिसे मायावती ने नकारते हुए अपना पक्ष स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने पर सख्त कार्रवाई की जाती है, और जब वही सदस्य अपनी गलतियों का अहसास कर लौटते हैं तो विपक्षी दल इसे ‘आया राम, गया राम’ कहकर बीएसपी की छवि खराब करने की कोशिश करते हैं।
Mayawati Statement: कार्यकर्ताओं को दिए अहम निर्देश
मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस, बीजेपी और अन्य विरोधी दल पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को बहकाकर बीएसपी को कमजोर करने की साजिश रचते हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे विरोधियों की इन चालों से सतर्क रहें और पार्टी और मूवमेंट को कमजोर न होने दें।