UP Budget 2025-26: उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया, जिसमें वाराणसी, प्रयागराज समेत कई जिलों के विकास और आधारभूत संरचना को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस बजट में चिकित्सा, औद्योगिक विकास, पर्यटन और सड़क कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी गई है।
योगी सरकार ने वाराणसी में चिकित्सा सुविधाओं को उन्नत करने के लिए 400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इस बजट से राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी, जिससे युवाओं को होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
गौरतलब है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय को हाल ही में एम्स का दर्जा मिला है। इसके अलावा, वाराणसी में पहले से ही एक राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज संचालित है। नए मेडिकल कॉलेज से पूरे पूर्वांचल के लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी।
UP Budget 2025-26: धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
योगी सरकार ने वाराणसी और प्रयागराज के बीच एक नया धार्मिक पर्यटन क्षेत्र विकसित करने की योजना बनाई है। इस धार्मिक क्षेत्र में प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही, चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर को शामिल किया गया है। नीति आयोग इस क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों और पर्यटन सुविधाओं के विस्तार की दिशा में कार्य कर रहा है।
विंध्य एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल को नई दिशा
योगी सरकार ने 320 किलोमीटर लंबे विंध्य एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल लागत 22,400 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें से पहली किश्त के रूप में 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
विंध्य एक्सप्रेसवे प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र तक पहुंचेगा। इस एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा निर्मित किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि यह छत्तीसगढ़ और झारखंड को उत्तर प्रदेश से जोड़ने में मदद करेगा, जिससे व्यापार, परिवहन और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे की भी तैयारी
विंध्य एक्सप्रेसवे के साथ ही एक अन्य 100 किलोमीटर लंबे सिक्स लेन एक्सप्रेसवे के निर्माण की भी योजना है, जिसे विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे कहा जाएगा। इसकी लागत 7,000 करोड़ रुपये होगी। यह एक्सप्रेसवे चंदौली से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के गाजीपुर सेक्शन से जोड़ा जाएगा, जिससे बुंदेलखंड और पूर्वांचल के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा।
औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा
नीति आयोग की सिफारिश पर इस क्षेत्र में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय व्यापारियों और निवेशकों को नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही, धार्मिक स्थलों को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा।
विंध्य एक्सप्रेसवे के प्रमुख लाभ
- सड़क कनेक्टिविटी में सुधार – यह एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ को उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा।
- यात्रा में समय की बचत – सफर में 3 से 5 घंटे की कटौती होगी, जिससे लोग तेजी से अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
- व्यापार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा – पूर्वांचल में नए व्यावसायिक और औद्योगिक अवसर पैदा होंगे।
- बुंदेलखंड और पूर्वांचल का सीधा संपर्क – दोनों क्षेत्रों के बीच परिवहन और आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी।
- धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन – इससे इस क्षेत्र में पर्यटन को नई गति मिलेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
Highlights
एक्सप्रेसवे का निर्माण जुलाई से होगा शुरू
योगी सरकार ने घोषणा की है कि विंध्य एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जुलाई 2025 से शुरू किया जाएगा। सरकार इस परियोजना को शीर्ष प्राथमिकता दे रही है ताकि इसे जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।