वाराणसी। महाकुंभ मेले में (Medical Service) श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कमिश्नर कौशल राज शर्मा के निर्देश पर व्यापक चिकित्सा इंतजाम किए गए हैं। इस व्यवस्था को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीयूष राय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो संपूर्ण चिकित्सा प्रबंधन की निगरानी कर रहे हैं।
Medical Service: 41 अस्पतालों में उपलब्ध रहेगी आपातकालीन चिकित्सा सुविधा
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को त्वरित उपचार प्रदान करने के लिए प्रशासन ने 20 सरकारी और 21 निजी अस्पतालों को चिन्हित किया है। आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए सरकारी अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार कर बेड आरक्षित किए गए हैं। वहीं, निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे श्रद्धालुओं को निःशुल्क प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराएं और जरूरत पड़ने पर सरकारी अस्पताल में रेफर करें।
रेलवे स्टेशनों, बस स्टॉप और घाटों पर मेडिकल टीमें तैनात
श्रद्धालुओं को त्वरित चिकित्सा सुविधा देने के लिए प्रमुख स्थानों पर चिकित्सकीय टीमें और एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। इनमें शामिल हैं:
- रेलवे स्टेशन: कैंट, मंडुवाडीह, शिवपुर और काशी रेलवे स्टेशन
- बस स्टॉप: काशी कृषक इंटर कॉलेज, जगतपुर डिग्री कॉलेज, राजातालाब फ्लाईओवर ब्रिज
- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर: 24×7 मेडिकल टीम की तैनाती
- घाट क्षेत्र: दशाश्वमेध घाट की ओर से ललिता घाट पर चिकित्सा सहायता केंद्र
- चितरंजन पार्क: मंदिर एवं घाटों की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष चिकित्सा सुविधा
- गोदौलिया पुलिस चौकी: पुलिस के समन्वय से 24 घंटे मेडिकल टीम उपलब्ध
Highlights
अब तक 11,301 श्रद्धालुओं का इलाज किया गया
अब तक कुल 11,301 श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा चुकी है, जिसमें 5,877 पुरुष, 4,801 महिलाएं और 623 बच्चे शामिल हैं। प्रशासन स्थिति की सतत निगरानी कर रहा है ताकि किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी का सामना न करना पड़े।