- इस्तेमाल न होने वाले बैंक खाते को बंद कर देना ही बुद्धिमानी
- आयकर रिटर्न भुरते समय हर एक बैंक खाते की देनी होती है जानकारी
जितेंद्र श्रीवास्तव
वाराणसी। आमतौर पर लोग नौकरी के दौरान या फिर व्यापार के सिलसिले में एक से अधिक बैंक खाते खोल लेते हैं। एक से ज्यादा खाते खोलने में कोई दिक्कत नहीं है और इस बात की इजाजत सभी को हैं। हर इंसान को इस बात का अधिकार है कि वह अपनी जरूरत के हिसाब से किसी भी राज्य में और किसी भी बैंक में खाता खोल सकते हैं। लेकिन एक से अधिक बैंक खाता होने पर सावधानी अवश्य बरतनी चाहिए। एक से ज्यादा खाता खोलने पर आने वाली परिस्थितियों की जानकारी भी आपको रखनी चाहिए।
बैंक में खाता खुलवाना हर नागरिक के लिए अब तो अनिवार्य हो गया है। बिना बैंक के खाते के आप कैश लेनदेन के अलावा किसी तरह का ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते हैं। बैंक खाता न होने पर तमाम योजनाओं पर मिलने वाली सब्सिडी से भी आप वंचित हो सकते हैं। बैंक में खाता होना इस समय आधारभुत जरूरतों में शामिल हो चुका है। केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में जनधन योजना के तहत करोड़ों बैंक खाते खुलवाए और उन लोगों तक भी बैंकिंग सुविधा पहुंचाई, जिनके पास बैंक की सुविधा नहीं थी। जहां कई लोगों के पास एक ही खाता होता है। वहीं कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके पास एक से ज्यादा खाते होते हैं।
अगर आपने कई खाते खोल रखे हैं और कोई बैंक खाता ऐसा है। जिसका आप इस्तेमाल नहीं करते हैं तो इसे बंद करना ही उचित है। ऐसा इसलिए कि अब बैंक खाते में, जो मिनिमम बैलेंस की रकम है, वो काफी बढ़ चुकी है और हरेक खाते में आपको अच्छी-खासी रकम न्यूनतम बैलेंस के रूप में रखनी होती है। न्यूनतम बैलेंस न होने पर बैंकर्स आपके खाते से निर्धारित चार्ज काट लेता है और जब आपको मैसेज मिलता है तो आप घबड़ा जाते हैं कि आखिर किस मद में खाते से पैसा काट लिया गया है। कई बैंक खाते होने पर उसके ऑपरेशन में भी दिक्कत आती है और भागमभाग भरी जिंदगी में आप सभी बैंक खातों को अपडेट नहीं रख पाते हैं। ऐसे में इस्तेमाल न होने वाले बैंक खाते को बंद कर देना ही बुद्धिमानी है। आयकर रिटर्न भुरने वालों को हरेक बैंक खाते की जानकारी देनी होती है।
खाता बंद कराते समय रखें ध्यान
जब बैंक खाता बंद कराएं तो ये ध्यान रखें कि इससे जुड़े बीमे, के्रडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि को भी उसी समय बंद करा दें, जिससे आपको आगे चलकर परेशानी न हो। वेतन खाता प्रत्येक कर्मचारी के लिए जरूरी होता है, जिसमें उसका वेतन आता है। आपको मालूम होगा कि अगर आपके पास ऐसा खाता है, जिसमें पहले वेतन खाता था और अब उसमें तीन महीने से वेतन नहीं आ रहा है तो वो बचत खाते में बदल जाता है। बता दें कि बचत खाते और वेतन खाते के लिए नियम अलग-अलग होते हैं और अगर आप उसमें मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो इस पर पेनाल्टी या चार्ज लगता है, जो खाते से अपने आप कट जाता है।
जाने आयकर से जुड़े नियम
इतना ही नहीं, यदि आप आयकर रिटर्न भुरते हैं तो अब आपको अपने प्रत्येक बैंक खाते की जानकारी देनी होती है और इसमें साल भुर मिले हुए ब्याज का लेखा-जोखा देना होता है। इसके अलावा बैंकों का स्टेटमेंट भी कई बार लगाना होता है। अगर आप होम लोन लेने जाते हैं और उस समय लोन के लिए सिबिल स्कोर भी देखा जाता है। अगर कोई ऐसा खाता है, जिसे आपने निष्क्रिय छोड़ रखा है तो उसकी भी जानकारी आपको देनी ही होगी। अगर उसमें बैलेंस मेनटेन नहीं कर रखा है तो उससे भी आपको लोन लेने के क्राइटेरिया पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा लोन लेते समय एक से अधिक खाते होने पर आपको सभी बैंकों का स्टेटमेंट लगाना होता है जो कि काफी बड़ा काम हो जाता है।
ऐसे बंद कर सकते हैं गैरजरूरी बैंक खातों को
आपको खुद बैंक जाकर अकाउंट क्लोजर फॉर्म भुरना होगा और इसी के साथ डी-लिंकिंग फॉर्म भी भुरना पड़ सकता है। आपको खाता बंद करने की वजह बतानी होगी और इसी फॉर्म में दूसरे खाते की जानकारी देनी होगी, जिसमें आप बंद होने वाले खाते का पैसा ट्रांसफर करवाना चाहते हैं। अगर खाता ज्वाइंट है तो अकाउंट क्लोजर फॉर्म पर दोनों खाताधारकों के हस्ताक्षर होने जरूरी हैं। आपके पास अगर चेक बुक बची है तो उसे जमा करना होगा और डेबिट कार्ड भी जमा करना होगा। खाता खोलने के यदि 14 दिन के भीतर अगर खाता बंद कराते हैं तो बैंक कोई चार्ज नहीं लेगा। लेकिन एक साल से पहले खाता बंद कराने पर अकाउंट क्लोजिंग चार्ज देना पड़ता है। आमतौर पर एक साल के बाद खाता बंद करने पर बैंक आपसे कोई चार्ज नहीं वसूलता है। हालांकि ये अलग-अलग बैंकों के नियमों पर निर्भुर करता है।
कितना पैसा मिल सकता है कैश में
अगर आपके खाते में 20 हजार रुपये से ज्यादा भी हैं तो भी आपको बैंक से खाता बंद करते समय कैश के रूप में 20 हजार रुपये ही मिल सकते हैं। इससे ऊपर की राशि आपको उस खाते में ट्रांसफर होकर मिलेगी, जिसका उल्लेख आपने अकाउंट क्लोजिंग फॉर्म में किया है। गौरतलब हो कि अगर आप बैंक खाता बंद कर रहे हैं तो उसमें ज्यादा पैसा न रखें और उसे खाता बंद करने से पहले ही अपने दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लें। लेकिन मिनिमम बैलेंस की शर्त को न भुूलें वर्ना खाता बंद करते समय बैंकर्स आपसे पेनाल्टी वसूल कर लेगा। इसके अलावा अकाउंट क्लोजिंग का जिक्र करने वाला आखिरी स्टेटमेंट भी अपने पास जरूर रखे।