Varanasi: पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश पर्यटन और वाराणसी जिला प्रशासन के सहयोग से “मेरी काशी क्रिएटर्स पाठशाला” का आयोजन किया। इस पाठशाला का उद्देश्य स्थानीय प्रभावशाली लोगों और युवाओं को काशी और सारनाथ की 170 कहानियों से अवगत कराना और इन कहानियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग करना था।


Varanasi: आइये जानते है पाठशाला में क्या रहा खास
कहानी कहने की तकनीक: वाराणसी (Varanasi) के गुरु द्वारा कहानी कहने की कला और कहानी कहने की तकनीकों पर विस्तृत प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। सोशल मीडिया का उपयोग: यूट्यूब के प्रतिनिधियों ने दर्शकों को रील बनाने, पहुँच और जुड़ाव बढ़ाने, और मुद्रीकरण के अवसर बनाने के सर्वोत्तम तरीकों पर सोशल मीडिया हैंडल का उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया।


युवाओं के लिए काशी में विभिन्न कहानियां
कमिश्नर एस. राजलिंगम ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद, प्रभावशाली लोगों और युवाओं के लिए काशी की विभिन्न कहानियों के बारे में जानने हेतु ‘मेरी काशी’ पाठ्यक्रम मॉड्यूल (Varanasi) शुरू किया जाएगा। साथ ही उन्हें बेहद आकर्षक रील बनाने और उन्हें सोशल मीडिया पर #merikashi पर अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।


‘मेरी काशी एम्बेसडर कार्यक्रम’ (Varanasi) के माध्यम से, चुनिंदा स्थानीय युवाओं को ‘मेरी काशी एम्बेसडर’ बनाने का लक्ष्य है, जो आगे चलकर काशी पर आकर्षक और समृद्ध सामग्री तैयार करेंगे और इसके लिए राष्ट्रीय और वैश्विक मंचों पर भी सहायता प्रदान की जाएगी। इन व्यक्तियों को काशी की आधिकारिक वेबसाइट पर भी सूचीबद्ध किया जाएगा ताकि विदेशी और घरेलू पर्यटक काशी और सारनाथ की प्रामाणिक कहानियों को जानने के लिए उनसे जुड़ सकें।