Mythological Plants : लंबी प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला के विराजमान होने की घड़ी पास आ रही है। 22 जनवरी दिन सोमवार को भगवान राम बालस्वरूप में अपने नवनिर्मित मंदिर में विराजित होंगे। मंदिर कॉम्प्लेक्स का दो-तिहाई क्षेत्र (करीब 48 एकड़) हरित क्षेत्र के तौर पर विकसित किया जाएगा, जिससे मंदिर की प्राकृतिक आभा निखर सके। इसके लिए लैंडस्केपिंग और पौधारोपण पौराणिक मान्यताओं के अनुसार होंगे।
परिसर में विकसित की जाने वाली वाटिकाओं का नामकरण भी रामायणकालीन पात्रों के नाम पर होगा। परिसर में जो पौधे [Mythological Plants] लगाए जा रहे हैं, वे भी अलग-अलग नक्षत्रों और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चयनित किए गए हैं। पूरे आयोजन में धर्म की नगरी काशी भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पूजन-पाठ अनुष्ठान के सामान अयोध्या भेजे जा रहे हैं। इसके साथ अब अयोध्या धाम को हरा-भरा करने का और बगीचे को सजाने का काम बनारस की ही नर्सरी को दिया गया है। लगभग 1 महीने से अयोध्या में बनारस की संसार नर्सरी पूरी रामनगरी को सजाने में जुटी हुई है।
नर्सरी के कर्ताधर्ता दिनेश कुमार मौर्य ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के तमाम बड़े आयोजनों में पेड़ पौधे लगाने से लेकर ग्रीनरी बढ़ाने और तरह-तरह के पौधे [Mythological Plants] की सजावट करने का काम बड़े स्तर पर करते हैं।
अयोध्या श्री राम दरबार में लगेंगे Mythological Plants
दिनेश कुमार मौर्य ने बताया कि, उनकी टीम अभी पूरी अयोध्या नगरी को हरा भरा बनाने के लिए ऐसे पौधे [Mythological Plants] लगाने का काम कर रही है, जो सीजनल हैं, जिनमें ज्यादा हरे भरे पेड़ों के साथ ही तरह-तरह के फूल के पौधे भी लगाए जा रहे हैं। सीजनल पौधों में डहेलिया पिटूनिया डैनसस सालविया फ्लावर से सम्बंधित पौधों को लगाया जा रहा है। इसके अलावा पाइकस, अरिकापाम के पौधों के जरिए सजावट बढ़ाने का काम किया जा रहा है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण श्री राम मंदिर का पूरा परिसर है, जहां पर पौराणिक पौधों को लगाने का आर्डर मिला है।
इनमें सबसे महत्वपूर्ण रुद्राक्ष और कल्पवृक्ष है। इसके साथ ही सीताफल, अशोक वृक्ष के पौधे भी लगाए जाएंगे। बताया कि, 45 लोगों की एक टीम लगातार वहां पर लगी हुई है, जो पूरी अयोध्या में हरे-भरे पेड़ लगाने का काम कर रही है।
12 जनवरी के बाद से पेड़ पौधे लगाने का काम शुरू
नर्सरी का कामकाज देखने वाले धीरज कुमार ने बताया कि अयोध्या में सड़कों के डिवाइडर और चौराहों के सौंदर्यकरण का काम किया जा रहा है। यहां पर हरे-भरे पौधों [Mythological Plants] के साथ ही बढ़िया फूल वाले पौधे लगाए जा रहे हैं। 12 जनवरी के बाद से श्री राम जन्मभूमि स्थल पर पेड़ पौधे लगाने का काम शुरू किया गया है। यह काम हमें 10 दिन में ही पूरा करना है। 22 जनवरी से पहले हमें उस जगह को खाली करके हैंडओवर कर देना है। 21 जनवरी तक हर हाल में काम खत्म कर देंगे, ताकि 22 जनवरी को पूरी अयोध्या नगरी और भव्य राम मंदिर का पूरा परिसर पेड़ पौधों से हरा भरा और महकता मिले।