- बोले पूर्व मेयर रामगोपाल मोहले – ‘सनातन संस्कृति को आगे बढ़ाना है’
वाराणसी। भारतीय नववर्ष नवसंवत्सर 2080 का बुधवार को अस्सी घाट पर भव्य समारोह के बीच स्वागत किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में नगर के प्रबुद्धजनों ने भगवान भास्कर को गंगाजल से सामूहिक अर्घ्य अर्पण कर देश, समाज और सम्पूर्ण विश्व के कल्याण की मंगल कामना की।
नवसंवत्सर का सनातन पद्धति से स्वागत करने का कार्यक्रम पूर्व महापौर रामगोपाल मोहले के आह्वान पर कुसुम मोहले स्मृति सनातन न्यास के संयोजन में सम्पन्न हुआ। इस मौके पर हवन पूजन के साथ ही मां गंगा और भगवान भास्कर की भव्य आरती भी की गई।

नई पीढ़ी सनातनी संस्कृति से परिचित होगी
भारतीय नववर्ष का अभिनंदन करते हुए पूर्व महापौर रामगोपाल मोहले ने कहा कि धर्म और संस्कृति की राजधानी काशी में नवसंवत्सर के अभिनंदन कार्यक्रम से सनातन परंपरा समृद्ध होगी। एक ओर जहां हिन्दू समाज अपने गौरवशाली अतीत की जड़ों से और मजबूती जुड़ेगा, वहीं नई पीढ़ी सनातनी संस्कृति से परिचित होगी।

भारत फिर से विश्वगुरु के रूप में होगा प्रतिष्ठित
उंन्होने कहा, ‘इस कार्यक्रम की प्रेरणा काशी के सांसद और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्पना से प्राप्त हुई है। इसे निरन्तर आगे बढाना है जिससे भारत पुनः विश्वगुरु के रूप प्रतिष्ठित हो सके। कार्यक्रम में बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो० जी० सी० त्रिपाठी, वरिष्ठ महिला चिकित्सक डॉ० विभा मिश्रा, साहित्यकार डॉ० नीरजा माधव, प्रो० श्रद्धानंद, डॉ० जितेंद्र नाथ मिश्र, चिकित्सक डॉ० अश्वनी टण्डन, पद्मश्री डॉ० चूड़ामणि, उद्यमी अशोक गुप्ता, सहायक निदेशक पर्यटन अमित गुप्ता, बनारसी वस्त्र उद्योग संघ के अध्यक्ष हरिमोहन शाह, चिन्तामणि गणेश के महंत चेल्लास्वामी, सुबह ए बनारस के डॉ० रत्नेश वर्मा, अजय गुप्ता, भाजपा नेता सुधीर मिश्रा, डॉ० वीरेंद्र सिंह, पूर्व पार्षद अशोक मिश्रा, विनोद भारद्वाज, प्रह्लाद तिवारी एडवोकेट समेत बड़ी संख्या में सामाजिक व राजनीतिक लोग उपस्थित रहे।