राजस्थान के जैसलमेर जिले से देश की सुरक्षा के खिलाफ एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो कथित रूप से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा था। गिरफ्तार आरोपी का नाम पठान खान है, जो सीमावर्ती क्षेत्र से भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारियाँ और मूवमेंट से जुड़ी सूचनाएँ पाकिस्तानी एजेंसी तक पहुंचा रहा था।
28 मार्च को हिरासत में लिया गया था
जानकारी के अनुसार, पठान खान को 28 मार्च 2025 को संदिग्ध गतिविधियों के चलते पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। शुरुआती पूछताछ के बाद जब एजेंसियों को उसकी गतिविधियाँ संदेहास्पद लगीं, तो उसे जयपुर लाकर गहन पूछताछ की गई। इस जांच के दौरान कई अहम खुलासे हुए। सामने आया कि खान ने भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय सूचनाएँ, फोटो और वीडियो सीमावर्ती क्षेत्रों से रिकॉर्ड कर ISI को भेजे हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ISI ने खुद खान को भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराया था, ताकि वह देश के भीतर रहकर भी सुरक्षित रूप से जानकारियाँ भेज सके। वह सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए पाकिस्तान तक सूचनाएँ पहुंचाता था।
ISI एजेंटों से मुलाकात के बाद जासूसी नेटवर्क हुआ शुरू
जांच में यह भी उजागर हुआ कि खान वर्ष 2019 में पाकिस्तान गया था, जहां उसके कई रिश्तेदार रहते हैं। आशंका जताई जा रही है कि उसी यात्रा के दौरान उसकी ISI एजेंटों से मुलाकात हुई और वहीं से उसका जासूसी नेटवर्क शुरू हुआ।
अब उसके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और केस की गहन जांच की जा रही है। एजेंसियाँ यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या पठान खान अकेला काम कर रहा था या उसके साथ कोई नेटवर्क भी सक्रिय है। साथ ही, यह भी जांच का विषय है कि उसने कितनी और कैसी-कैसी सूचनाएँ दुश्मन एजेंसी को दी हैं।
सूत्रों के अनुसार, पठान खान ने सीमावर्ती सैन्य ठिकानों की लोकेशन, फोटोज़ और सेना के मूवमेंट से जुड़ी बेहद संवेदनशील जानकारियाँ ISI को सौंपी हैं। यदि समय रहते उसे पकड़ा नहीं जाता, तो यह सूचनाएँ राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल सकती थीं।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस परिप्रेक्ष्य में खुफिया एजेंसियों ने इस गिरफ्तारी को बड़ी कामयाबी करार दिया है। फिलहाल एजेंसियाँ खान के मोबाइल फोन, कंप्यूटर, कॉल रिकॉर्ड्स और सोशल मीडिया गतिविधियों की गहन जांच कर रही हैं।