वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर [Kashi Vishwanath] में दिन-प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की ओर से बड़ा फैसला लिया है। अब काशी विश्वनाथ [Kashi Vishwanath] के गर्भगृह में पुलिसकर्मी पुजारियों के ड्रेस में तैनात किए गए है। ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों को पुजारी का वेशभूषा देते हुए ‘नो टच पालिसी’ लागू की गई गर्भगृह में एक महिला-पुरुष पुलिसकर्मी पुजारी वेश में तैनात किए गए।

Kashi Vishwanath में माथे पर त्रिपुंड और गेरुआ कपड़े में दिखे सुरक्षाकर्मी
इसका मतलब साफ़ है कि विश्वनाथ मंदिर [Kashi Vishwanath] में श्रद्धालुओं के बीच खड़े पुलिस वाले अब पुजारियों की वेशभूषा में दिखाई देंगे। इन सुरक्षाकर्मियों के गले में रुद्राक्ष, माथे पर त्रिपुंड और गेरुआ कपड़े होंगे। उनका काम भगवान के रूप की तरफ इशारा करना होगा, जिससे कोई भी भक्त भोलेनाथ का दर्शन करने से वंचित न रहने पाए।


इसे लेकर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि मुझे विश्वनाथ मंदिर [Kashi Vishwanath] में इस तरह की फीडबैक मिली कि कुछ श्रद्धालु 4 घंटे लाइन में लगे रहने के बाद भी बाबा के दर्शन नहीं कर पाते हैं। उन्हें कोई गाइड करने वाला नहीं होता है कि कहा से उन्हें दर्शन करना है? बाबा कहा है? क्या चीजें हैं? ऐसे में वो बाबा के दर्शन से वंचित राह जाते हैं। उनकी इस समस्या का समाधान करते हुए हम मंदिर में कुछ पुलिसकर्मियों को गाइड के रूप में वहां तैनात कर रहे हैं।

इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी श्रद्धालु की पुजारी से श्रद्धा ज्यादा होती है। वो उनक बात सुनते हैं और वो अगर उन्हें गाइड करेंगे तो भीड़ पर नियंत्रण आसानी से पाया जा सकेगा। वहीं कोई पुलिसकर्मी यदि उन्हें रोकता है तो वो उन्हें पसंद नहीं आता और पुलिस के प्रति उन्हें नेगेटिव बात आती है। इसीलिए हमने पुलिसकर्मियों को पुजारी का वेशभूषा देते हुए गाइड के रूप में मंदिर परिसर [Kashi Vishwanath] में लगाया है।

वहीं वहीं दूसरी ओर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने इसे लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। अखिलेश यादव ने सोशल साइट एक्स पर मंदिर में पुजारी के वेश में तैनात पुलिसकर्मियों का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, पुजारी के वेश में पुलिसकर्मियों का होना किस ‘पुलिस मैन्युअल’ के हिसाब से सही है? इस तरह का आदेश देनेवालों को निलंबित किया जाए। कल को इसका लाभ उठाकर कोई भी ठग भोली-भाली जनता को लूटेगा तो उप्र शासन-प्रशासन क्या जवाब देगा।