पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने भरी हुंकार
लखनऊ। पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच (जेएफआरओपीएस) की उत्तर प्रदेश इकाई के तत्वाधान में रेलवे स्टेडियम चारबाग, लखनऊ में आयोजित प्रान्तीय हुंकार रैली में मंगलवार केन्द्रीय एवं राज्य कर्मचारी जिनमें रेलवे, पोस्टल, प्रतिरक्षा, आयकर, शिक्षक तथा राज्य सरकार के लाखों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। रैली को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए एनजेसीए के राष्ट्रीय संयोजक कामरेड शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि विगत 21 जनवरी को नई दिल्ली में सम्पन्न राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से निधारित किये गये कार्यक्रम के अनुपालन में प्रतिमाह पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर निरन्तर जनसम्पर्क, मशाल जुलूस, पेंशन-रथ यात्रा आदि के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होने उपस्थित लाखों कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि यह प्रचण्ड हुंकार रैली सरकार के लिए एक चेतावनी है व उसे आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भी इसे एक राजनैतिक मुद्दे के रूप में देखना चाहिए। रैली की अध्यक्षता करते हुए कामरेड हरि किशोर तिवारी ने कहा कि पूर्व में उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देश के वर्तमान रक्षामंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह समेत 56 सांसदों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा जा चुका है। प्रान्तीय रैली के प्रदेश संयोजक कामरेड आरके पाण्डेय ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों की हर प्रमुख मांग को यहीं से प्राप्त जन-समर्थन के आधार पर मनवाने में सफलता मिली है व आज की रैली सरकार के लिए एक आइना है। इस अवसर पर कन्फेडेरशन के राष्ट्रीय सचिव कामरेड एसबी यादव ने कहा कि आज पुरानी पेंशन को लेकर विभिन्न राज्यों में हुए आन्दोलनों के परिणामस्वरूप छह राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू हो चुकी है और यदि केन्द्र सरकार समय रहते इस सम्बन्ध में हमारी मांग को स्वीकार नहीं करती है, तो उसे आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से हाथ भी धोना पड़ सकता है। शिक्षक नेता कामरेड सुशील पाण्डेय ने कहा कि पेंशन हमारा अधिकार है, इसे हर हाल में हासिल करेंगें। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ नेता कामरेड योगेश त्यागी ने कहा कि पूर्व में लगभग 2 करोड़ नागरिकों द्वारा राष्ट्रपति को पुरानी पेंशन बहाली के लिए पिटीशिन भेजी जा चुकी है। कामरेड शिवबरन सिंह यादव ने कहा कि यदि सरकार अब भी हमारी बात नहीं मानती है तो हम शीघ्र ही संसद घेराव के निर्णय को बाध्य होंगें। वरिष्ठ रेल नेत्री प्रवीना सिंह ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के युवा व महिला पुरानी पेंशन बहाली के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है व आवश्यकता पड़ी तो दुर्गा का रूप भी धारण करने में पीछे नहीं हटेगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला मंत्री अमिता त्रिपाठी ने महिलाओं का आहवान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम पुरानी पेंशन आन्दोलन में सरकार से दो-दो हाथ कर ही लें। प्रान्तीय हुंकार रैली में उमड़े अपार जन समूह से राजधानी लखनऊ में आम नागरिकों में भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए उत्सुकता दिखाई पड़ी।
sudha jaiswal