Prayagraj में हुई एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। जब फौजी हर्षवर्धन सिंह उर्फ़ दीपक कुमार ने अपनी शादी से ठीक 20 दिन पहले अपनी ही गर्लफ्रेंड की निर्मम हत्या कर दी। हत्या इतनी सफाई से की किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस लगातार इस मामले की जाँच पड़ताल में जुटी रही, ऐसे में चौकाने वाला सुराग उनके हाथ लगा है। जिसका खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारोपी को हिरासत में लेकर उसे जेल भेज दिया।
15 किलोमीटर दूर की हत्या
दरअसल, 10 नवम्बर को दीपक ने अपनी गर्लफ्रेंड को शहर (Prayagraj) को 15 किलोमीटर दूर किसी पार्क में मिलने ले गया. इस दौरान उसने अपनी गर्लफ्रेंड का बड़े ही सफाई से हत्या करके पास की जमीन में उसके शव को दफन कर दिया। घटना का खुलासा तब हुआ, जब आसपास के कुत्तों ने ज़मीन को खोदना शुरू किया तो मृतिका के हाथ और सिर के बाल दिखने लगे। वहीं लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सुचना पाकर तत्काल मौके पर पहुचीं पुलिस ने जाँच पड़ताल शुरू की तो उन्हें शव के पास से एक बैग व किताब बरामद हुआ, जिसमें आरोपी दीपक का नाम और मोबाइल नंबर लिखा था। यही दो सुराग पुलिस को आरोपी तक पहुंचाने में मददगार साबित हुए।
तलाशी में मिली एक और पर्ची
हालांकि, पुलिस (Prayagraj )ने जब छात्रा के कमरे की तलाशी ली तो वहां से भी एक और पर्ची बरामद की गई। इसमें लिखा था, आर्मी दीपक और उसका नंबर। चौंकाने वाली बात यह रही कि हत्या के बाद दीपक कहीं भागा नहीं, बल्कि अपने घर में ही रहा और पुलिस की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए था।

Prayagraj कोर्ट में पेश के बाद जेल भेज दिया गया
दीपक को 18 नवंबर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पूछताछ में उसने पूरी कहानी कबूल ली। उसने बताया कि वह पटियाला में ट्रेड गनर के पद पर काम करता है और उसकी शादी 30 नवम्बर को होने थी । इसी कारण वह छुट्टी लेकर अपने गाव में आया था। उसने बताया कि छात्रा साक्षी की उससे इंस्टाग्राम के जरिये बातचीत शुरू हुए थी और जून में पहली मुलाकात के बाद दोनों के बीच चैटिंग और वीडियो कॉलिंग शुरू हो गई।
इसी के चलते साक्षी को सोशल मीडिया से पता चला कि दीपक की शादी तय हो चुकी है। छात्रा ने दीपक पर शादी तोड़कर उससे विवाह करने का दबाव बनाया। इसी विवाद को निपटाने के लिए दीपक ने 10 नवंबर को इंस्टाग्राम पर साक्षी को मैसेज भेजकर बालसन चौराहे (Prayagraj) पर मिलने के लिए बुलाया था।
CCTV फुटेज में दिखे साथ
CCTV फुटेज में दोनों वहीं से बाइक पर निकलते हुए दिखाई दिए। दीपक के अनुसार, साक्षी शादी के लिए जिद कर रही थी और अपने साथ बैग में सिंदूर तक लेकर आई थी। इसी में दोनों के बीच बहस बढ़ने पर, दीपक से शहर (Prayagraj) से 15 किमी दूर एक बाग में ले गया, जहां उसक हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने हत्या में प्रयुक्त फावड़ा एक नाले के पास छिपाया और घर लौट गया।
13 बार बदले आपने यूजर अकाउंट
पुलिस को दीपक का मोबाइल फॉरमेट मिला। जांच में सामने आया कि उसने यूट्यूब देखकर जानबूझकर फोन फॉरमेट किया था ताकि कोई सबूत न बचे। यही नहीं, उसने इंस्टाग्राम अकाउंट का यूजरनेम 13 बार बदला था और अंतिम बार 9 नवंबर को ऐसा यूजरनेम बनाया जिसे ट्रेस करना मुश्किल हो उसने अपने सभी फॉलोअर्स हटाए और सबको अनफॉलो कर दिया, ताकि पहचान पूरी तरह छुपी रहे।
जांच में यह भी सामने आया कि साक्षी के फोन में सिम नहीं था। वह वाईफाई से ही मोबाइल चलाती थी। (Prayagraj पुलिस को शक है कि सिम न रखने की सलाह भी दीपक ने ही दी होगी , ताकि परिवार को उसके संपर्कों की भनक न लगे। सेना में होने के नाते उसे पता था कि कॉल डिटेल और लोकेशन से बहुत कुछ पता चल सकता है।

