- कैंट थाने में उनके खिलाफ धोखाधड़ी, ठग (Fraud) सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज
- बैंक के खाते में 21 लाख रुपये ट्रांसफर किए
- उसके संबंध में पता लगाने के लिए कर्नल ने किया पीएमओ से संपर्क किया
चोरी और डकैती के बाद वाराणसी में अब ठगी (Fraud) का एक अजीबोगरीब ममाला सामने आया है। खुद को प्रधानमंत्री की भतीजी बताकर एक महिला ने सेवानिवृत्त कर्नल से दोस्ती करके ठगे 21 लाख रूपये। दोनों का हुआ था मोबाइल से संपर्क महिला ने लगाया कर्नल को चपत।
वाराणसी के नदेसर क्षेत्र की पटेल नगर कॉलोनी में रहने वाले सेवानिवृत्त कर्नल उपेंद्र राघव के साथ पूरे 21 लाख रूपये की ठगी (Fraud) हुई। इस मामले को लेकर सेवानिवृत्त कर्नल उपेंद्र राघव ने कैंट थाने में तहरीर दर्ज की जिसपर उस महिला वेरोनिका और रमेश शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी, ठग (Fraud) सहित अन्य आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

सेवानिवृत्त कर्नल उपेंद्र राघव ने बताया कि बलिया की रहने वाली एक महिला कोमल पांडेय ने उनका परिचय मोबाइल के माध्यम से वेरोनिका से कराया था। वहीं वेरोनिका ने उनसे स्टॉक मार्केट में निवेश करने पर भारी मुनाफे की बात कही थी और यही उसका कर्नल के साथ ठगी (Fraud) करने का जरिया था।
वेरोनिका के परिचित के खाते में टांसफर किए थे रूपये :
मुनाफे की बात सुनकर वह वेरोनिका के झांसे में आ गए और उसके करीबी रमेश शर्मा के जयपुर स्थित बैंक के खाते में 21 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब काफी समय बीत गया और उन्हें कोई मुनाफा नहीं मिला तो उन्होंने वेरोनिका से पैसा लौटाने की बात कही और उसपर दबाव भी बनाया लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।
उपेन्द्र राघव ने बताया कि वेरोनिका से पैसे की बात पुछने पर उसने उन्हें आईपीएल में सट्टा लगाकर 21 लाख रुपये गंवाने का तर्क भी दिया और अब वेरोनिका का मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है।
अपर पुलिस आयुक्त्त संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पटेल नगर निवासी कर्नल उपेन्द्र राघव द्वारा थाना कैंट एक मुकदमा दर्ज कराया गया है जिसमें करीब 21 लाख रूपये के ठगी का शिकार वह हुए है। इसके साथ ही इसमें दो लोगों को अभियुक्त बताया गया है। और यह एक साइबर क्राइम का मामला है जहां उन्होंने गलत जगह पैसे टांसफ्रर किए हैं। फिलहाल मुकदमा दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है। पीएम मोदी से इसका कोई संबंध है या नही इस बात पर उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकरण का पीएम मोदी या उनके परिवार के किसी भी सदस्य से कोई संबंध नहीं है केवल टाइटल मोदी है बाकि कोई संबंध नहीं है।
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कैंट इंस्पेक्टर प्रभुकांत ने इस संबंध में ने बताया कि सेवानिवृत्त कर्नल के तहरीर के आधार पर उन्होंने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द से जल्द उस महिला और उसके साथ इस साजिश में शामिल सभी व्यक्त्तियों को पकड़ा जाएगा।
Fraud : आखिर कितने झूठ बोले वेरोनिका ने :
सेवानिवृत्त कर्नल उपेंद्र राघव ने बताया कि वेरोनिका ने ना जाने कितने झूठ बोले हैं। वह खुद को प्रधानमंत्री की भतीजी बताती थी। जब उसका मोबाइल स्विच्ड ऑफ हो गया तो उसके संबंध में पता लगाने के लिए उन्होंने पीएमओ से संपर्क किया। पता लगा कि वेरोनिका का प्रधानमंत्री से कोई संबंध नहीं है।
आखिर कब तक ऐसे ही एक के बाद एक ठग (Fraud) का मामला सामने आता रहेगा। और तो और कोई आम आदमी नहीं, देश के प्रधानमंत्री की भतीजी बनकर इस तरह से अपने मक्सत को अंजाम देना बड़ी ही शर्मनाक बात है। कहीं ना कहीं यह अपराध और अपराधियों दोनों के बुलंद हौसले को दर्शाता है।
ऐसे आरोपियों पर पूरी जांच पड़ताल के साथ मुकदमे दर्ज होने चाहिए और उन्हें सबक मिलना चाहिए ताकि आगे से ऐसी कोई घटना ना हो।
क्योंकि देश की जनता का विश्वास है ये देश के दिग्गज नेता यदि उनके नाम पर ही ऐसे ठगी होने लगेगी तो जनता आखिर किसपर विश्वास करेगी। इसीलिए इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और इसपर कड़ी कार्यवाही भी होनी चाहिए।
देश की जनता का सुरक्षित रहना बेहद आवश्यक है क्योंकि देश की जनता से ही देश है, वह नहीं और उनके साथ ही इस तह की घटना का घटित हो जाना यह ठीक नहीं है। इसके साथ ही सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है बिना जांच पड़ताल और बिना किसी वैधता के अपने पैसे या कोई भी मूल्यवान चीज़ हमें किसी को भी नहीं देनी चाहिए।