वाराणसी (Varanasi) के विश्वेश्वरगंज स्थित बाड़ा नंबर-5 के खुले कूड़ाघर को लेकर शनिवार को व्यापारियों ने कड़ा विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना है कि कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां मंडी के अंदर से होकर गुजरती हैं, जिससे गंदगी और बदबू का माहौल बना रहता है। उन्होंने नगर निगम से कूड़ाघर के चारों ओर बाउंड्रीवॉल बनाने और मंडी के अंदर गाड़ियों के आवागमन पर रोक लगाने की मांग की।
Varanasi: सफाईकर्मियों और व्यापारियों के बीच बहस
शनिवार सुबह सफाईकर्मियों द्वारा कचरा गिराने का प्रयास किया गया, लेकिन व्यापारियों ने उन्हें रोक दिया। इस पर दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि कूड़ाघर मंडी के कोने में स्थित होने की वजह से वहां पूरे दिन कचरा फेंका जाता है, जिससे व्यापारिक गतिविधियां और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

बाउंड्रीवॉल की आवश्यकता पर जोर
व्यापारी राहुल अग्रहरि ने कहा कि मंडी में बने कूड़ाघर की बाउंड्री न होने के कारण कचरा सड़कों तक फैल जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि कचरा फेंकने के लिए शौचालय के पास की सड़क का इस्तेमाल किया जाए और मंडी के अंदर गाड़ियों के आने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाए।
पार्षद और व्यापारियों में नोकझोंक
प्रदर्शन के दौरान स्थानीय पार्षद और नगर निगम की कार्यपरिषद के पूर्व सभापति सुरेश चौरसिया भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने व्यापारियों से बातचीत की, लेकिन समाधान नहीं निकल सका। पार्षद ने बताया कि शहर के अन्य बड़े कूड़ाघरों को बंद कर देने से इस स्थान पर दबाव बढ़ गया है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि दिवाली के दौरान कचरा कम करने की कोशिश की गई थी, लेकिन समस्या बरकरार है।
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नगर आयुक्त पर व्यापारियों का आरोप
व्यापारियों ने नगर आयुक्त पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने इस समस्या का समाधान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।