Ram Ramapati Bank: धर्म और आस्था की नगरी काशी अपने मंदिरों और आध्यात्मिक परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। इसी पवित्र नगरी में एक अनोखा बैंक संचालित होता है, जहां धन नहीं, बल्कि भगवान राम का नाम संचित किया जाता है। यह बैंक सरकारी नियंत्रण में नहीं है, बल्कि श्रद्धालु भक्तों के विश्वास और भक्ति से संचालित होता है। विश्वनाथ मंदिर के समीप स्थित इस बैंक को ‘राम रमापति बैंक’ के नाम से जाना जाता है, जहां भक्त अपने हाथों से लिखे ‘राम नाम’ को जमा कर पुण्य अर्जित करते हैं।
19 अरब से अधिक बार लिखा जा चुका है ‘राम नाम’
राम रमापति बैंक के संचालक विकास मल्होत्रा के अनुसार, यह बैंक पिछले कई दशकों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है। भक्तजन यहां नियमपूर्वक ‘राम नाम’ लिखकर जमा करते हैं। अब तक इस बैंक में 19 अरब से अधिक बार भगवान राम का नाम संचित हो चुका है। जिस तरह आम बैंकों में धन जमा किया जाता है, ठीक उसी तरह इस बैंक में भक्ति की पूंजी स्वरूप ‘राम नाम’ संकलित किया जाता है।
Ram Ramapati Bank: श्रद्धालु लेते हैं ‘राम नाम’ का संकल्प
इस बैंक से जुड़ने वाले भक्तों को एक विशेष संकल्प लेना होता है। उन्हें 8 महीने 10 दिनों तक प्रतिदिन 500 बार ‘राम नाम’ लिखने का व्रत लेना पड़ता है। इस अवधि के दौरान भक्तों को सात्विक आहार अपनाना होता है और पूर्ण श्रद्धा व नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। इस अवधि के अंत तक भक्त कुल सवा लाख बार ‘राम नाम’ लिख चुके होते हैं, जिसे वे बैंक में जमा कर देते हैं। मान्यता है कि जो भी इस प्रक्रिया को विधिपूर्वक पूरा करता है, उसकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

बैंक देता है निःशुल्क लेखन सामग्री
भक्तों की सुविधा के लिए बैंक निःशुल्क कागज और कलम प्रदान करता है, ताकि वे आसानी से अपने संकल्प की पूर्ति कर सकें। इस सेवा के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। भक्तजन राम नाम लिखे हुए पृष्ठों को जमा कर इस आध्यात्मिक प्रक्रिया का हिस्सा बनते हैं। बैंक इन पृष्ठों को सुरक्षित संरक्षित करता है, जिससे यहां जमा राम नाम की संख्या निरंतर बढ़ती रहती है।
राम नवमी पर होते हैं विशेष दर्शन
राम नवमी के शुभ अवसर पर इस अनोखे बैंक में विशेष आयोजन किया जाता है। इस दिन भक्तों को यहां संचित राम नाम की पवित्र पूंजी के दर्शन कराए जाते हैं। हजारों श्रद्धालु इस दिव्य संकलन के दर्शन कर अपने आराध्य के प्रति अपनी भक्ति अर्पित करते हैं।

बाल रूप में पूजे जाते हैं भगवान राम
इस बैंक से जुड़े मंदिर में भगवान राम को उनके बाल रूप में पूजा जाता है। भक्तगण उन्हें खिलौने अर्पित करते हैं और विशेष रूप से इस स्वरूप की आराधना करते हैं।
Highlights
कैसे पहुंचे इस अनोखे बैंक तक?
काशी का यह विशेष ‘राम रमापति बैंक’ दशाश्वमेध के समीप त्रिपुरा भैरवी गली में स्थित है, जो विश्वनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर है। यदि आप वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से यहां आना चाहते हैं, तो लगभग 7 किलोमीटर की दूरी तय कर गोदौलिया होते हुए इस पवित्र स्थान तक पहुंच सकते हैं।