Ramlala Pran Pratishtha: नौमी तिथि मधु मास पुनीता, सुकल पच्छ अभिजीत हरिप्रीता। मध्य दिवस अति सीत न घामा, पावन काल लोक विश्रामा।’ अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। हर ओर सब राम नाम की गूंज है। अयोध्या में ऐसा लगा, जैसे कि भगवान राम के स्वागत में स्वयं देवता उतर आए। सर्द हवाओं के बीच भगवान की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर और भी उत्साह नजर दिका। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान राम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोने की सलाई से काजल लगाया। इसके बाद उनकी आरती उतारी। गर्भगृह में मौजूद लोगों में से सबसे पहले दर्पण में खुद को भगवान ने देखा। प्राण प्रतिष्ठा का दिन अद्भुत और आनंद देने वाला था।

अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हुआ। इसमें शामिल होने के लिए सैंकड़ों स्पेशल गेस्ट अयोध्या में पहुंचे थे। इस दौरान बॉलीवुड, राजनीति से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े हुए लोग राममय नजर आए। अयोध्या के माहौल का वर्णन अगर श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों से करें, तो कहा जा सकता है कि, ‘सीतल मंद सुरभि बह बाऊ, हरषित सुर संतन मन चाऊ। बन कुसुमित गिरिगन मनिआरा, स्रवहिं सकल सरिता मृतधारा।’
यानी शीतल, मंद और सुगंधित पवन बह रहा था। देवता हर्षित थे और संतों के मन में चाव था। वन फूले हुए थे, पर्वतों के समूह मणियों से जगमगा रहे थे और सभी नदियां अमृत की धारा बहा रही थीं।

पीएम मोदी ने रामलला को लगाया काजल
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोने की सलाई से प्रभु रामलला की आंखों में सोने की सलाई से काजल लगाया। प्रभु श्री राम स्वर्ण सिंघासन पर हैं और कमल दल पर स्थापित हैं। पीएम मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन का यम-नियम का व्रत किया हुआ था। वह यजमान के रूप में अयोध्या में थे।
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे विश्व को भी एक संदेश दे दिया है कि भारत आज विश्व भर को लीड करने की क्षमता रखता है। भारत आर्थिक, राजनीतिक रूप से मजबूत तो हो ही रहा है। इसके साथ ही धार्मिक रूप से भी एक शक्तिशाली राष्ट्र बन चुका है। अयोध्या में राष्ट्र मंदिर मंदिर में, राम मंदिर में भगवान राम विराजमान हो चुके हैं।

Ramlala Pran Pratishtha: प्रभु को दिखाया गया दर्पण
22 जनवरी 2024 की तारीख इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित हो चुकी है। अयोध्या के राजा राम अपने महल में आ चुके हैं। प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो चुकी है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गर्भगृह में मौजूद थे। इस दौरान कपाट बंद कर प्रभु राम को सजाया गया और उनको काजल लगाया गया। इसके बाद प्रभु को दर्पण दिखाया गया। तब जाकर प्रभु की आंखों को कोई और देख सका। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने उस संकल्प को भी सोमवार को पूरा किया, जब उन्होंने कहा था कि मैं रामलला की आरती तब करूंगा, जब मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।
