पता है ? यहां से बहूत दूर गलत और सही के पार, एक मैदान है। मैं वहां मिलूंगा तुझे…
ओ नादां परिंदे… घर आ जा…
कूँ फाया कूँ…
Abhishek Seth
11 वर्ष पुराने इन गानों को सुनते ही, रॉकस्टार मूवी की यादें ताजा हो जाती हैं। जो कि उस समय सेमी हिट रही थी। रणबीर कपूर और नरगिस फाखरी अभिनीत इस फ़िल्म ने उस समय बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिज़नेस किया था। तब शायद बायकॉट का चलन नहीं था। फ़िल्म भले ही सेमी हिट रही हो, लेकिन दर्शकों ने रणबीर के जनार्दन से जॉर्डन बनने के अनुभव को काफी पसंद किया था। यह फ़िल्म रणबीर कपूर के कैरियर की माइलस्टोन मानी जाती है। इसके गाने आज भी जेहन में गूंजते हैं।
रणबीर का गिटार सीखना
इस फ़िल्म से पहले रणबीर कपूर को गिटार बजाना नहीं आता था। डायरेक्टर इम्तियाज़ अली के कहने पर उन्होंने रहमान स्टूडियो में रातभर प्रैक्टिस करके गिटार बजाना सीखा।
फिल्म के एक गाने में रणबीर कपूर गिटार बजाते हुए
निज़ामुद्दीन कनेक्शन
फ़िल्म के एक गाने (कव्वाली) कूँ फाया कूँ… में जो सीन दिखाया गया है। वह रियल में निज़ामुद्दीन दरगाह की ही है। इस एक गाने के लिए रणबीर कपूर, सिंगर मोहित चौहान, डायरेक्टर इम्तियाज़ अली और स्व० शम्मी कपूर दिल्ली के निज़ामुद्दीन दरगाह पहुंचे थे।
निजामुद्दीन दरगाह पर फिल्माए गए कव्वाली का एक दृश्य
फ़िल्म की पूरी टीम ने इसके लिए काफी मेहनत की थी। यह उस समय रिलीज अच्छी फिल्मों में से एक थी। भले ही फ़िल्म सुपरहिट के कैटेगरी में न शामिल हुई हो, लेकिन दर्शकों के दिलों में उतर गई थी। बॉलीवुड के विशेषज्ञों की मानें तो, जिस समय यह फ़िल्म रिलीज हुई, उस समय ढेरों मूवीज एक साथ रिलीज हुई थी। इसलिए इन सब का आपस मे क्लैश होना तय था। अक्टूबर 2011 में शाहरुख खान स्टारर रा-वन थिएटर्स में चल ही रही थी कि तभी नवंबर की शुरुआत होते ही अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम अभिनीत देसी बॉयज और रॉकस्टार के रिलीज होने से सभी आपस में क्लैश होने लगे। उस समय छोटे बजट की भी कई मूवीज रिलीज हुई थी। 60 करोड़ के बजट में बनी रॉकस्टार ने उस समय 108.7 करोड़ रुपए का बिज़नेस किया था।