भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी [Lal Krishna Advani] को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। केंद्र सरकार ने BJP के वरिष्ठ नेता आडवाणी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का ऐलान किया है। इसे लेकर काशी के संतों में ख़ुशी है। अखिल भारतीय संत समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने सरकार के इस फैसले का स्वागत व अभिनन्दन किया है।
Lal Krishna Advani : काशी के संतों में ख़ुशी
इस मौके पर अपनी ख़ुशी व्यक्त करते हुए स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि राष्ट्रवाद के नायक लालकृष्ण आडवाणी [Lal Krishna Advani] ने ही भारतीय जनता पार्टी को 2 से 86 सीट फिर 86 से 119 और पुनः सत्ता में लाया। उन्होंने पालनपुर में हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक प्रस्ताव के जरिये श्री राम जन्मभूमि के मुक्ति का शंखनाद किया। सोमनाथ से लेकर के अयोध्या की रथ यात्रा का शुभारंभ किया।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे जननायक और भारतीय राजनीतिक चिंतक और वरिष्ठ राजनेता लाल कृष्ण आडवाणी [Lal Krishna Advani] को भारत सरकार के द्वारा भारत रत्न का सम्मान दिया जा रहा है। ऐसे में अखिल भारतीय संत समिति इसका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करती है और यह विश्वास करती है कि आगे आने वाले दिनों में भी राष्ट्रवाद उन नायकों का सम्मान ऐसे ही बना रहेगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए लिखा कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी [Lal Krishna Advani] को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
पीएम ने आगे लिखा कि उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।