वाराणसी। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय ने आरोप लगाया है कि मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर एवं आवासीय योजना के लिए किसानों की उपजाऊ जमीनों का जबरन अधिग्रहण करने की कोशिश की गयी जो पूरी तरह विधि विरुद्ध और गलत था। स्कीम का विरोध करने वालों पर न सिर्फ लाठीचार्ज किया गया बल्कि उनकी बुरी तरह पिटायी कर लहुलुहान भी कर दिया गया। साथ ही कई किसानों को जेल में भी बंद कर देना सर्कार और प्रशासन का निंदनीय कृत्य है।
मकबूल आलम रोड स्थित जिला जेल में बंद संबंधित ग्रामीणों से मिलने शुक्रवार को पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करते हुए अजय राय ने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में यह कहा। उन्होंने बताया कि शासन ने पूर्व में यह योजना रद्द करने का पत्र जारी कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन ने स्कीम रद्द किये जाने के बावजूद गुजरात की कंपनियों को कीमती उपजाऊ जमीन अधिग्रहण करके औने-पौने दामों पर देने के लिए पुलिस के जरिये लाठी चलाई गयी। उसमें कई बुजुर्ग किसान और महिलाएं घायल हुईं।

अजय राय ने आगे कहा कि ग्रामीणों को घरों में से घसीटकर मारा और फिर गिरफ्तार कर जेल भेजना अनुचित है। टीपी नगर योजना से जुड़े इस प्रकरण को लेकर कांग्रेस किसानों की लड़ाई लड़ेगी। इस बारे में अन्नदाताओं को भरोसा दिया गया है। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, विनोद सिंह, पंकज चौबे, रामसुधार मिश्र, राजीव राम, साजिद अंसारी, मयंक चौबे, आशिष गुप्ता, अब्दुल हमीद, श्रवण गुप्ता, मो. इस्लाम, विकास कौण्डिय, ओमप्रकाश सिंह, पीयूष श्रीवास्तव, अरुण सिंह, किशन यादव, पप्पू, कल्पनाथ शर्मा, दीपक यादव, रामजी गुप्ता, नसीम अहमद, कमलेश राजभर, कृष्णा गौड़, रमेश कुमार शर्मा, कमलेध खरवार आदि रहे।
शासन वापस ले किसानों पर थोपे गये मुकदमे, सपा ने किया मांग
मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर एवं आवासीय योजना में भूमि अधिग्रहण के दौरान हुए हंगामे के बाद जिला कारागार में बंद किसानों से मुलाकात करने शुक्रवार को सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ‘लक्कड़’, एमएलसी आशुतोष सिन्हा और संगठन के जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट पहुंचे। जेल में बंद ग्रामीणों के भेंट करने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि नया नगर बसाने के नाम पर किसानों की सहमति लिए बगैर जिला प्रशासन और वीडीए ने बलपूर्वक कब्जा करने की कोशिश की।

उन्होंने बताया कि कारागार अधीक्षक से भी मुलाकात कर जेल में निरुद्ध घायल किसानों का इलाज कराने को कहा गया है। तीनों सपा नेताओं ने जानकारी देते हुए कहा कि शासन इस पुलिसिया जुल्म और बर्बर लाठीचार्ज की न्यायिक जांच कराए। साथ ही किसानों पर थोपे गये मुकदमों को बिना शर्त मुकदमा वापस लिया जाय। इसके अलावा प्रकरण में दोषी अफसरों और वीडीए कर्मियों पर कार्रवाई हो। उन्होंने चेताया कि यदि प्रभावित किसानों से बातचीत कर कोई उचित समाधान नहीं निकाला गया तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर आर-पार की लड़ाई लड़ते हुए निर्णायक आंदोलन करेंगे।