शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Avimukteshwarananda) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी की निंदा की है। उन्होंने कहा कि लोगों की बुद्धि में विकार आ गया है और सभी को गाय माता का दूध पीना चाहिए ताकि उनकी बुद्धि शुद्ध हो और माताओं का अपमान बंद हो। शंकराचार्य ने कहा कि कोई भी नेता हो, उसे किसी की मां या पिता पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
शंकराचार्य ने कहा कि मां हर व्यक्ति के लिए पूजनीय होती है और सभी की मां का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने भारतीय संस्कृति का हवाला देते हुए कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं। यह भारत की संस्कृति है।
Avimukteshwarananda- ऐसी टिपण्णी समाज में फैलाती है नकारात्मकता
शंकराचार्य (Avimukteshwarananda) ने सलाह दी कि राजनीतिक लड़ाई व्यक्तिगत स्तर पर होनी चाहिए, न कि माता-पिता जैसे पवित्र रिश्तों को निशाना बनाकर। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी टिप्पणियां न केवल निंदनीय हैं, बल्कि समाज में नकारात्मकता फैलाती हैं।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद (Avimukteshwarananda) ने बिहार में व्यापक दौरे की घोषणा की है, जिसमें वे गौहत्या बंदी और गाय को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग करेंगे। उनका कहना है कि गोहत्या करने वाले दलों को सत्ता में लाने वाले मतदाता भी उसी महापाप के भागी बनते हैं।