बिहार में जहरीली शराब पीने से अब तक 32 मौतें हो चुकी हैं। 30 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिनका अभी अस्पताल में ईलाज चल रहा है। मरीजों के परिजनों के अनुसार, मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। शराब कांड के जांच के लिए SIT बनाई गई है। जिस मशरक इलाके में घटना हुई है, वहां थानेदार रितेश मिश्रा समेत 2 लोगों को सस्पेंड किया गया है। 20 लोग हिरासत में हैं। उधर, CM नीतीश कुमार ने कहा है कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है, यहां एक फोन पर घर-घर शराब पहुंच जाती है। उल्लेखनीय है कि मसरख और इसुआपुर इलाके में भारी मात्रा में जहरीली शराब का कारोबार चल रहा था। जहां भारी संख्या में लोग शराब पीने पहुंचे थे। घरवालों ने बताया कि शराब पीने के बाद लोग घर आए और अचानक से पेट में दर्द शुरू होने लगा। किसी किसी को तो उल्टियां भी होने लगी। जिसके बाद मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जिनकी आंखों से दिखाई देना ही बंद हो गया था। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस बाबत गुरुवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दल भाजपा ने जहां सरकार पर निशाना साधा। वहीं सदन के अंदर और बाहर नीतीश कुमार के विरोध में नारे भी लगाए। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री भी अपना आपा खो बैठे। उन्होंने एक बीजेपी विधायक को चिल्लाते हुए कहा- “क्या हो गया चुपचाप बैठ जाओ”। नीतीश कुमार के अनुसार, शराब कादं बीजेपी की एक साजिश है।
नेताओं के विवादित बयान
शराब मिलती हर जगह है लेकिन दिखाई नहीं देती: गिरिराज सिंह
वहीं सदन में हंगामे के बाद जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर राजनीति शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री और बेगुसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार में शराब भगवान की तरह है। जैसे भगवान होते सब जगह हैं, लेकिन दिखाई नहीं देते। ठीक उसी तरह बिहार में शराब मिलती हर जगह है, लेकिन दिखाई नहीं देती। नीतीश कुमार को लगता है कि यदि इस कांड में बीजेपी का हाथ है, तो वे इस पर एक्शन लें। उन्हें रोका किसने है।
शराब बंदी अंग्रेजों के कानून जैसा : मद्य निषेध मंत्री
जहरीली शराब से हुई मौतों पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शराब से मौतें तो हर राज्य में हो रही हैं। लेकिन वहां कोई सवाल नहीं उठाता। शराब पर कानून अंग्रेजों के कानून जैसा है। अंग्रेजों के समय में भी तो कानून बनाए जाते थे, तो टूटते भी थे। अंग्रेजों ने कानून बनाए, उसके बाद भी रेप और हत्या होती ही है। ठीक वैसे ही बिहार में शराबबंदी है। जहां सरकार ने बंद तो कर दिया है, लेकिन इसका पालन कोई नहीं करता। शराब बिहार में बिक भी रही है और पुलिस कार्यवाही भी कर रही है।
जीना मरना चलता रहता है : राजद नेता
इससे पूर्व कुछ दिनों पहले राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने भी जहरीली शराब से हो रही मौतों पर मीडिया के समक्ष ऐसा ही कुछ विवादित बयान दिया था। पत्रकारों ने उनसे वैशाली जिले महनार में जहरीली शराब से हुई मौत पर सवाल पूछा। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मरना-जीना चलता रहता है, बिहार के लोग शराबबंदी के लिए अभी तैयार नहीं हैं।”
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में शराब भगवान की तरह है, दिखती कहीं नहीं है, लेकिन मिलती सब जगह है। उन्होंने दावा किया कि लोग शराब के अलावा अन्य कारणों से भी मरते हैं।